खबर लहरिया चुनाव विशेष UP Nikay Chunav 2023: इस बार किन्नर उम्मीदवार | राजनीति रस-राय

UP Nikay Chunav 2023: इस बार किन्नर उम्मीदवार | राजनीति रस-राय

नमस्कार दोस्तों, मैं मीरा देवी। अपने शो राजनीति, रस राय के साथ फिर से हाजिर हूं। निकाय चुनाव में इस बार किन्नरों की संख्या बढ़ती हुई दिख रही है। किन्नर प्रत्याशी चुनाव लड़ने के लिए किसी राजनैतिक दल के मोहताज नहीं। उन्होंने ठाना है कि अगर पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया तो वह निर्दलीय लड़ेंगे और अपने दम पर चुनाव जीत कर दिखाएंगे। उनको काफी मशक्कत करनी पड़ रही है इस चुनावी मैदान में अपना दम खम भरने में।

बांदा से शर्मीली बाई, बदायूं से रज्जो, चंदौली से सोनू, भदोही से रीना और वाराणसी से शहनाज किन्नर उर्फ शमशेर खान किन्नर प्रत्याशी हैं। उन सबका मकसद है कि जीतकर विकास का काम करना और अपने समुदाय के लिए लड़ना। उनकी आवाजों को मुख्य धारा से जोड़ना। अपने लिए मान सम्मान की जगह ढूंढ़ना। किन्नर समाज से उन लोगों को भी प्रभावित होना चाहिए जो खुद को चुनाव लड़ने लायक नहीं समझते। अपने को आगे नहीं लाना चाहते। लोगों के मन में डर क्यों है? संविधान में सबको चुनाव लड़ने का अधिकार है तो लड़िये और कुछ अलग करिये।

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किन्नर प्रत्याशी का दबदबा भी कहीं-कहीं तो दिख रहा है। आम जनता भी इनको चुनाव में आगे लाने के लिए उत्साहित होती नज़र आ रही है क्योंकि इनके प्रचार प्रसार में आम लोगों की भीड़ दिखाई दे रही है। बांदा के नरैनी नगर पंचायत अध्यक्ष (चेयरमैन) पद के लिए शर्मीली बाई चुनावी मैदान में हैं। हमसे इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा कि वह सबसे पहले अपने समुदाय के हक, अधिकार और विकास के लिए काम करेंगी क्योंकि उनके समुदाय को सरकार और सामाजिक रूप से उपेक्षित रखा गया है। यहां तक कि मीडिया से भी उनके मुद्दे गायब रहे हैं।

जब चुनाव लड़ना सबका संवैधानिक अधिकार है तो इनको भी चुनाव लड़ना और जीतना चाहिए। चुनाव आयोग की तरफ से भी यह छूट दी गई है कि किन्नर महिला और पुरुष दोनों सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। बोलने, बात करने का तरीका, जानकारी का अभाव, प्रचार-प्रसार में लोगों का सपोर्ट भले ही कम मिल पा रहा हो लेकिन आप अपने हौसले को बनाए रखें। अगर चुनाव लड़ने को ठाना है तो जीत भी मिलेगी। आपके हौसले व हिम्मत को हम मीडिया समर्थन और सम्मान करते हैं।

किन्नरों के चुनाव लड़ने पर ये हैं मेरे विचार। आपके क्या विचार हैं मुझे कमेंट बॉक्स में लिख भेजिए। अगर अब तक हमारा चैनल सब्सक्राइब नहीं किया या पहली बार आएं हैं तो हमारे चैनल को सब्सक्राइब जरूर कर लें। बेल आइकॉन दबाना बिलकुल न भूलिएगा। हमारे फेसबुक, इंस्ट्राग्राम और ट्विटर अकाउंट में ये हमारी खास खबरें जो आपके लिए ही बनाई गई हैं जरूर देखें। अभी के लिए बस इतना ही। अगली बार फिर आऊंगी किसी नए मुद्दे के साथ तब तक के लिए नमस्कार!

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