बांदा: 5 अगस्त का दिन पार्टियों और संगठनों के लिए बहुत खास रहा। एक तरफ जहां केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश में राशन की सभी दुकानों में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत अन्न महोत्सव मनाया गया। वहीं दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी ने प्रदेश भर में साइकिल रैली निकाली। तीसरा मोर्चा रहा बुंदेलखंड किसान यूनियन का। यूनियन के सभी जिलों के किसान कार्यकर्ताओं ने भृष्टाचार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया। यह सब बहुत ही अचंभित करने वाली बात लगी।
मनाया गया अन्न महोत्सव
जब मोदी योगी की फ़ोटो छपे झोले में मिला राशन
भारतीय जनता पार्टी और प्रशासन की गुटबन्दी के बीच सरकारी राशन की दुकानों में लोगों को राशन दिया गया। ऐसा लगा कि सरकार उनके ऊपर बहुत एहसान कर रही हो। वह भी अपनी फोटो लगाकर मानो बता रही हो कि याद रखना मोदी योगी ने दिया है। लोगों को यह सब कर अपंग कर दिया हो। अरे! सरकार की जिम्मेदारी ही है लोगों तक सरकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाना। फिर यह सरकार कोई अलग और अनोखा काम थोड़ी कर रही है। पहले से भी राशन वितरण प्रणाली की व्यवस्था चली आ रही है।
हमारे एक पत्रकार साथी ने अपनी रिपोर्टिंजग में यह लिखा- “मोदी जी और योगी जी का अन्न महोत्सव देख कर बड़ा अच्छा लगा, बड़े बड़े अधिकारी लोग स्वयं ज़मीन पर नज़र आए। 25 किलो के पैकेट में 5 किलो अनाज दिया गया। पैकेट में मोदी जी और योगी जी की फ़ोटो। एक बार तो लगा कि 2022 कल ही लगने वाला है। फिर अचानक 1951 और 1964 कि याद आ गयी जब भारत मे खाद्यान संकट गहराया था। रूस ने भारत को अनाज भेजा था, तब क्यों नहीं मनाया गया अन्न महोत्सव? उस समाय लाल बहादुर शास्त्री जी प्रधानमंत्री थे।
खाद्यान संकट को देखते हुए स्वयं एक हफ्ते में एक दिन का उपवास रखा और पूरे देश से भी अपील की तब क्यों नहीं मनाया गया उपवास महोत्सव? क्या वह सभी प्रधानमंत्री इवेंट मैनेजमेंट में परिपक्व नहीं थे? आज के अन्न महोत्सव को देश याद रखेगा। कोटेदार ने अपने खर्च से डेकोरेशन करा दिया। क्या वह कोटेदार भविष्य में अपने खर्च का पैसा नहीं निकालेगा? खैर उम्मीद करता हूं कि जल्द ही इसी तर्ज पर रोजगार महोत्सव भी देखने को मिले ताकि लोग खुद कमा और खा सके, ताकि दोबारा यह अन्न महोत्सव न हो।”
वह लिख ही रहे हैं 22 में बाइसिकल
समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने आज प्रदेश पर में साइकिल यात्रा निकाली। अगर बांदा जिले की बात की जाए तो यहां के जिलाध्यक्ष विजय करन यादव समेत कई वरिष्ठ पदाधिकारियों ने हरी झंडी दिखाकर साइकिल यात्रा को रवाना किया। पदाधिकारियों ने अपने भाषण में कहा कि स्वर्गीय श्री जनेश्वर मिश्र जी की जयंती पर साइकिल यात्रा आरंभ की गई है जिसमें हजारों की संख्या में समाजवादी साथी शामिल हुए हैं। इस जन सैलाब को देखकर एक बार लगा कि समाजवादी पार्टी आने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी ही कर रही है अंदर ही अंदर। वह लिख ही रहे हैं 22 में बाइसिकल।
समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता और नगर पालिका अध्यक्ष मोहन साहू ने बताया कि छोटे लोहिया जनेश्वर मिश्र के व्यक्तित्व में अन्याय, अत्याचार, शोषण, छुआ-छूत, भेद-भाव व पूंजीवाद के खिलाफ संघर्ष कूट कूट के भरा था।
उनकी जयंती के अवसर पर भाजपा की जन विरोधी नीतियों का विरोध करते हुए समाजवादी पार्टी की सरकार 2022 में बनाने के लिए जनता के बीच समाजवादी साथियों का सैलाब सड़कों पर उतर पड़ा है। अब यह सैलाब सरकार बनाकर ही दम लेगा।
बुंदेलखंड किसान यूनियन का धरना प्रदर्शन
तीसरा नज़ारा अशोक लाट में आंदोलित बुंदेलखंड किसान यूनियन का दिखा। इस संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि आज दिनांक 5 अगस्त को अशोक लाट बांदा में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन के मुद्दे हैं कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र में हर घर नल योजना (नमामि गंगे) में हो रहे भृष्टाचार पर कार्यवाही हो। तमाम राज्यों से डिबार कम्पनी रश्मि मैटेलिक को भृष्ट अधिकारियों की संलिप्तता के कारण बुन्देलखण्ड में डी आई पाइप व अन्य उत्पाद सप्लाई किये जा रहे हैं। इसमें प्रमुख रूप से चीफ इंजीनियर आलोक सिन्हा व डी.के सिंह पूरी परियोजना के भृष्टाचार में लिप्त हैं। इनमें अगर कार्यवाही न हुई तो वह और बड़ा आंदोलन करेंगे।
इस खबर को मीरा देवी द्वारा लिखा गया है।
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