यूक्रेन में जो इस समय युद्ध हो रहा है, वह रूस और यूक्रेन के बीच बहुत सालों से चलता आ रहा तनाव और टकराव का परिणाम है। 25 फरवरी 2022 को राष्ट्रपति पुतिन द्वारा सैन्य कार्यवाही के आदेश के बाद रूस ने यूक्रेन पर मिसाइलें छोड़ दी। जिसके बाद से दोनों देशों के बीच अबतक युद्ध थमा नहीं है।
यूक्रेन में उच्च पढ़ाई करने के लिए भारत से कभी कई छात्र वहां पढ़ने जाते हैं, जो इस समय वहां फंसे हुए हैं। यूक्रेन में मौजूद ज़्यादातर भारतीय छात्र-छात्राएं इस समय वहां के मेट्रो स्टेशनों के अंदर छिपे हुए हैं। भारत सरकार भी लगातार इन स्टूडेंट्स को वापस लाने में अपनी पुरज़ोर कोशिश कर रही है।
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हमने बुंदेलखंड के भी हिस्सों में जाकर कुछ ऐसे परिवारों से बात करी जिनके बच्चे फ़िलहाल यूक्रेन में फंसे हुए हैं। इन परिवारों का रो-रो कर बुरा हाल है। अपने बच्चे की आवाज़ सुनने के लिए माँ-बाप हर समय फ़ोन पर अपने बच्चों के साथ हैं। यूक्रेन के बंकरों में फंसे ये छात्र-छात्राएं अब सही सलामत घर लौटना चाहते हैं।
भारत सरकार भी लगातार यूक्रेन से भारतीयों को वापस लाने में लगी हुई है। भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला के अनुसार देश के करीब 15,000 भारतीय अभी भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं। अब तक यूक्रेन से 1,000 छात्रों को वापस लाया जा चुका है और इस सप्ताह में और भी छात्र वापस लाने का लक्ष्य है।
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