द कविता शो: यातायात महीने में बढ़ी हैं रोड आपदा की घटनाएँ
रोड आपदा :
जो 25नवम्बर को बांदा जिला के तिंदवारी क्षेत्र में सैमरी नाला के पास रोडवेज बस और ट्रक के जोरदार टक्कर से हुआ जिसमें 12लोगों की मौत हो गई कयी लोग घायल हैं इतना बड़ा एक्सीडेंट पहली बार देखा गया ऐसा लगता है हम कहीं पर भी सुरक्षित नहीं हैं
ये जो इतना बड़ा हादसा हुआ वो सरासर परिवहन विभाग की लापरवाही की वजह से हुआ क्योंकि रोडवेज में जहां पर ब्रेक लगाने की जगह होती है वहां पर ड्राईवर नौ ईटे लगारखा था और बड़े ही सावधानी से ब्रेक लगाता था लेकिन 25नवम्बर को सामने से तेज रफ्तार से आ रहा ट्रक से बचना तो चाहा लेकिन ब्रेक के पास लगी ईंटों की वजह से जल्दी ब्रेक नहीं लग पाया और ट्रक बस को चीरते हुए निकल गया इससे तीन सीटर वाली सीटों में बैठी सारी सवारियों को भी कतर डाला बस का आधा ढांचा ही बचा देखते ही देखते सैमरी की सड़क खून से रंग गयी सभी का सुखत और मंगलमय सफर मातम में बदल गया लोगों के चेहरे भर्ता हो गयें परिजन पहचान तक न पा रहे थें कपडो से पहचान हुंई
इस बार बांदा की प्रसाशन भी काफी चुस्ती-फुर्ती दिखाई मौके पर पहुंचे एसपी गणेश शाहा और डीएम ने दिखाई औरएक्सीडेंट: छतरपुर जिले की पन्ना रोड पर बाइक और बोलेरो कार में हुई भिड़ंत घायल मरीजों को समय पर इलाज मिला लेकिन राजनैतिक पार्टी के लोग हाथ में हाथ धरे बैठे रहे
ये घटना घटना पहली घटना नहीं है आये दिन इस तरह की गम्भीर घटनाएं होती रहती लेकिन उनपर कोई सुधार नहीं होता है
सरकार दुर्घटना से बचने के लिए यातायात सप्ताह भी चलाती है लोगों को जागरूक करती है लेकिन इसका असर तो तभी दिखेगा जब रोजवेज जैसे सरकारी साधनों का मेनटेन सही होगा कयी ऐसी सैकड़ों बसे रोड पर चलती हैं जिनके पुर्जे पुर्जे हिलते हैं मैं बहुत बस का सफर करती हूं जिनके हर पार्ट हिलते हैं बस चलते समय एसी खंड खंड बजती है ऐसे लगता है कि कब के उसके पार्ट टूट कर अलग हो जायेगें
बिना ब्रेक के बसे ,बिना लाईट की बसें सीशा टूटे खिड़की उखड़ी और क्या क्या गिनाऊ इतने सारे प्राब्लम होने के बाद भी धड़ल्ले से बसे हवाई जहाज की तरह सड़क पर दौड़ती हैं और किराया पूरा वसूला जाता अगर सवारियों के पास एक रूपये भी कम हैं तो बीच रास्ते में उतार दिया जाता है आखिर बसों को रिपेयरिंग में बिभाग पैसे क्यो नहीं लगाता है क्यो आज के युग में लोगों के जान के साथ में खेला जाता है सैमरी में हुआ एक्सीडेंट का जिम्मेदार परिवहन विभाग है उसके ऊपर कड़ी से कड़ी कार्यवाही होनी चहिए
सड़क परिवहन मंत्रालय ने इस महीने 2018 का रोड एक्सीडेंट का रिपोर्ट निकाला है
2018 में पूरी भारत में रोड एक्सीडेंट से 1,51,417 मौत हुई है. इसमें से उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा मौत हुई है – 22,256