आज देश मुश्किल दौर से गुजर रहा है देश में कोरोना वायरस नामक बिमारी ने जहाँ एक तरफ देश में कोहराम मचा रखा है वहीँ 21 दिन के लॉकडाउन में लोगों की रोजी रोटी तक छीन ली. हालांकि ये फैसला देश हित में है और हम इसका समर्थन भी करते हैं. वहीँ ओर आज चैत नवरात्रि शुरुआत भी है. इसी अवसर पर आज यानी 25 मार्च को सुबह गर्भगृह से पहली बार रामलला को बाहर निकालकर नए आसन पर विराजित किया गया.
इस दौरान यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे. उनके अलावा प्रधान पुजारी सत्येंद्र दास व ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपालदास के उत्तराधिकारी कमल नयन दास और ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय भी मौजूद रहे. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट के माध्यम से लिखा, “भव्य राम मंदिर के निर्माण का पहला चरण आज सम्पन्न हुआ, मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम त्रिपाल से नए आसन पर विराजमान. मानस भवन के पास एक अस्थायी ढांचे में “रामलला” की मूर्ति को स्थानांतरित किया. भव्य मंदिर के निर्माण हेतु 11 लाख का चेक भेंट किया.”,
आज अयोध्या में… https://t.co/hKeECYMu4O
— Yogi Adityanath (मोदी का परिवार) (@myogiadityanath) March 24, 2020
मुख्यमंत्री योगी आदित्यना ने कहा कि श्रीरामलला अपने नए आसन पर विराजमान होकर हम सब पर अपनी कृपा और आशीर्वाद निरंतर प्रदान करते रहेंगे।साथ ही ये भी कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेत्रत्व में प्रदेश वर्तमान में जिस नई वैश्विक बीमारी से सामना करने के लिए तैयार हुआ है उसका दुनियाभर के तमाम संगठनों ने इसकी सराहना की है।
आपको बता दें कि जिस सिंहासन पर रामलला को विराजमान किया गया है वो नौ किलो 500 ग्राम चांदी से बना है. और ये खास सिंहासन अयोध्या राज परिवार के मुखिया बिमलेंद्रमोहन मिश्र ने राज सदन स्थित अपने आवास पर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय को दान स्वरूप दिया। यह सिंहासन जयपुर के विशेष कलाकारों ने राजसदन में कई दिनों की मेहनत के बाद तैयार किया है। 25 इंच लंबा, 13 इंच चौड़ा एवं 30 इंच ऊंचा हैं। जिसकी कीमत लगभग 4 लाख होगी तो वहीँ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 11 लाख ट्रस्ट को दान दिया है.
मैं किसी धार्मिक काम का विरोध नहीं कर रही लेकिन जब हम आपातकाल की स्थिति में है तो सबसे ज्यादा जरुरी है उनलोगो की मदद करना जो दो वक्त की रोटी को मोहताज़ है. आज लोग भुखमरी के कगार पर है. तो सबसे ज्यादा जरुरी है कि हम ज्यादा से ज्यादा उन लोगों की मदद करें खास कर वो लोग जो लोगों की मदद करने में सक्षम है. आपको पता होगा के रेल और यातायात सुविधा बंद होने से हर रोज लगभग 200 कड़ोर से ऊपर देश को नुकसान उठाना पड़ रहा है. तो इस वक्त भगवान की मूर्ति से ज्यादा जरुरी लोगों की जिंदगी है