खबर लहरिया Blog टीकमगढ़: नहीं बदला गया ट्रांसफार्मर अब अँधेरे में बीत रहा जीवन

टीकमगढ़: नहीं बदला गया ट्रांसफार्मर अब अँधेरे में बीत रहा जीवन

दो महीने से ट्रांसफार्मर खराब होने की वजह से गाँव में बिजली नहीं।

बिजली के बिल की बकाया राशि जमा न करने पर  विभाग द्वारा नहीं बदला जा रहा फुंका हुआ ट्रांसफार्मर। ग्रामीण अँधेरे में रहने को मजबूर हैं। मामला टीकमगढ़ जिले के बल्देवगढ़ ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत गनयारी लक्षमनपुरा श्यामर मुहल्ले का है। यहाँ के ग्रामीणों का आरोप है ट्रांसफार्मर दो महीने से जल गया है। बार-बार शिकायत करने के बावजूद भी ज़िम्मेदार अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।

मेंदा बाई ने बताया कि वह बिजली न होने से बहुत परेशान हैं। क्योंकि वह दिन भर खेती का काम करती हैं और जब लौटती हैं तब तक अँधेरा हो जाता है। और उन्हें अधेरे में खाना बनाने में बहुत दिक्कत होती है। एक डर सा बना रहता है कीड़े-मकोड़े न गिर जाएँ।

गजराज सिंह लोधी कहते हैं कि दो दिन के अन्दर ट्रांसफार्मर बदल जाना चाहिए ऐसा सरकारी नियम में है लेकिन वह नियम इस गाँव में क्यों नहीं लागू हो रहा? वह शिकायत करके थक चुके हैं पर कोई सुनता ही नहीं। उनका कहना है कि इस टांसफार्मर से लगभग 200 लोग कनेक्शन लिए हैं। दो महीने से रात में चिमनी के सहारे रह रहे हैं। अब तो मिटटी का तेल भी नहीं मिलता। 50 रुपया लीटर आखिर कब अक खरीदें? सरसों के तेल का दाम भी आसमान छू रहा, खाने को नहीं होता तो दीपक कैसे जलाएं। सरकार पहले बिजली का लालीपॉप दिखाई अब इस तरह का व्यवहार कर रही। ग्रामीण मिटटी के तेल से ही खुश थे लेकिन सरकार बिजली का उजाला देकर अब फिर अँधेरे में धकेल रही है।

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नमल बताते हैं की बिजली रहती थी तो घर की महिलाएं 4 बजे से उठकर पानी भरती थी पुरुष जानवरों का सानी भूषा करते थे। घर का काम निपटाकर खेत जाना होता था। अब अँधेरे में कोई काम नहीं हो पाता। बच्चे भी सुबह उठाकर पढाई करते थे। कोचिंग का काम पूरा करते थे। पर दो महीने से सब तनाव में हैं। बिजली के उजाले में रहो तो ढिबरी और लालटेन का उजाला समझ नहीं आता। साफ़ दिखाई ही नहीं देता। बच्चे कैसे पढाई करें और कैसे काम हो। एक तो वैसे कोरोना की वजह से स्कूल हमेशा बंद रहते हैं बच्चे जब पढ़ना चाहें तो बिजली व्यवस्था चौपट है।

मधु शाक्या, विद्युत् विभाग ओ.आर.सी

मधु शाक्या, विद्युत् ओ.आर.सी (कनिष्ठ अभियंता) विभाग बुडे़रा का कहना है कि उस गाँव में 46 कनेक्शन हैं जिसमें से सिर्फ 6 उपभोक्ताओं का बिल जमा हुआ है बाकी 40,000 रूपये की राशि बकाया है।शासन का आदेश है कि जब तक का से कम आधा पैसा न जमा कर दें तब तक ट्रांसफार्मर नहीं बदला जायेगा। जैसे ही ग्रामीणों की बकाया राशि जमा हो जाएगी ट्रांसफॉर्मर रखा दिया जाएगा।

इस खबर की रिपोर्टिंग खबर लहरिया के लिए रीना द्वारा की गयी है।

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