सरकार द्वारा अन्ना जानवरों के गौशालाओं के लिए अब तक कई करोड़ रूपए खर्च किया जा चुका है लेकिन नगरपालिका की लापरवाही की वजह से यह आवारा मवेशी आज भी सड़कों पर ही दिखाई देते हैं। जिला टीकमगढ़ में भी आये दिन अन्ना जानवरों के कारण सड़क दुर्घटना बढ़ती जा रही है। ऐसे में सवाल प्रशासन व्यवस्था पर खड़ा होता है।
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सड़कों पर लग जाता है जाम
टीकमगढ़ जिले के वार्ड नंबर 5 में रहने वाले विनोद कुमार गगेले और वार्ड नंबर 15 के रहने वाले सैयदरिजवान अली का कहना है कि टीकमगढ़ नगर में आवारा पशुओं की बहुत भरमार हो रखी है। इसकी वजह से चौराहों पर, मोहल्लों में और तो और सड़कों पर इन आवारा मवेशियों का झुण्ड अक्सर देखने को मिल जाता है। इनके झुण्ड बनाकर जगह-जगह बैठने के कारण वहां के लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने खबर लहरिया से बातचीत में बताया कि उनके इलाके के रहने वाले बड़े-बुजुर्गों और बच्चों का निकलना मुश्किल हो चुका है। घर वाले बच्चों को इस डर से बाहर नहीं निकलने देते है क्योंकि उनको लगता है कि उनके बच्चों को इन अन्ना जानवरों से कोई नुकसान न पहुंच जाए।
हाल ही में इन अन्ना जानवरों के चलते दो बच्चे दुर्घटना का शिकार हो चुके हैं। ऐसे में सरकार ने कोई कड़ा कदम नहीं उठाया तो आये दिन ऐसी घटनाएं देखने को मिलती रहेगी।
लोगों ने बताया कि खाने-पीने की अव्यवस्था के कारण यह दृश्य देखना पड़ रहा है।
लोगों ने आगे बताया, आस-पास के गांव में गौशाला तो बनाए गए हैं लेकिन उनमें खाने-पीने की अव्यवस्था के कारण इन अन्ना जानवरों को अकसर सड़क पर घूमते हुए देखा जाता है। इनके चलते आये दिन शहरों में जाम लगा रहता है तो कोई न कोई दुर्घटना होती रहती है। अगर गौशालाओं में खाने-पीने की व्यवस्था कर दी जाए और इनके देखभाल के लिए भी किसी को रखा जाए तो इस तरह से जो आये दिन परेशनियां होती है वह कम हो जाएंगी।
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टीकमगढ़ नवनिर्वाचित नगरपालिका अध्यक्ष की राय
टीकमगढ़ जिले के नवनिर्वाचित नगरपालिका अध्यक्ष अब्दुल गफ्फार पंपू मलिक के अनुसार जिला कलेक्टर को अन्ना जानवर से सम्बंधित हो रही दिक्कतों को नज़र में रखते हुए एक आवेदन पत्र भेजा जा चुका है। गौशालाओं का जल्द से जल्द निरक्षण होगा। जो खाली गौशाला हैं उनमें इन अन्ना जानवरों को जल्द से जल्द शिफ्ट भी करवाया जायेगा। उन्होंने यह आश्वासन दिया है कि इस समस्या का जल्द से जल्द हल निकाला जायेगा ताकि जो दुर्घटनाएं हो रही हैं उनसे जल्द से जल्द छुटकारा मिल सके।
वैसे तो यह कोई नयी बात नहीं है कि हमारे देश में अन्ना जानवरों से सम्बंधित अकसर समस्या बनी रहती है। नगर पालिका को अन्ना जानवरों से सम्बंधित निर्देश तो मिलते रहते हैं लेकिन जैसे हालात हैं उसे देख कर तो लगता नहीं है कि वह ज़्यादा कुछ करती होंगी। अब देखना यह है कि टीकमगढ़ नगर प्रशासन इस समस्या को संज्ञान में लेकर व्यवस्था करवाती है या नहीं।
इस खबर की रिपोर्टिंग रीना द्वारा व आर्टिकल को आमरा आमिर द्वारा लिखा गया है।
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