एमपी में पूरे 8 सालों बाद चुनाव हो रहें हैं जिसे लेकर लोगों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। अजनौर गाँव के भैयालाल लोधी कहते हैं, चुनाव में देरी सरकार की लापरवाही है। प्रधान को बने 8 साल हो गए हैं और वह मनमानी करते हैं। लोगों की नहीं सुनते।
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राजू का कहना है कि पिछले साल दिसंबर में भी नामांकन हुआ था लेकिन फिर उसे निरस्त करा दिया गया था। लोगों के लाखों रूपये भी खर्च हो गए थे। इस वजह से उन्हें इस बार के चुनाव व सरकार पर भरोसा नहीं है। क्या पता सरकार फिर से चुनाव को रद्द करा दे। वहीं अगर सच में चुनाव हो रहा है तो अच्छी बात है।
गाँव अजनौर की प्रभा कहती हैं अगर एक सरपंच अपने 5 साल के कार्यकाल में कुछ काम नहीं करवा पाता तो उनके अनुसार दूसरा प्रधान वह काम ज़रूर से करवाएगा। उनका मानना है कि चुनाव समय से होने चाहिए ताकि शासन की मनमानी न हो। इस तरह से संविधान के नियम को तोड़ा जा रहा है।
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