11 जुलाई दिन रविवार को जब भैलसी गाँव के रहने वाली एक महिला अपने घर से अपने तीन बच्चों के साथ यह कह कर निकली कि वो खेत जा रही हैं लेकिन जब शाम ढलने लगी और मृतक महिला और बच्चे घर वापस नहीं आए तो परिवार जनों ने उनकी खोजबीन शुरू की।
मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले के थाना बल्देवगढ़ के अंतर्गत आने वाले गाँव भैलसी में 12जुलाई 2021 को एक महिला और तीन मासूमों का शव कुएं में मिलने से पूरे गाँव में सनसनी फ़ैल गई है।
मामला 11 जुलाई दिन रविवार का है जब भैलसी गाँव के रहने वाली एक महिला अपने घर से अपने तीन बच्चों (उम्र 6 साल, 3 साल और 1 साल) के साथ यह कह कर निकली कि वो खेत जा रही हैं लेकिन जब शाम ढलने लगी और मृतक महिला और बच्चे घर वापस नहीं आए तो परिवार जनों ने उनकी खोजबीन शुरू की। मृतक महिला के पति नंदकिशोर कुशवाहा ने हमें बताया कि उसकी पत्नी तीनों बेटों को लेकर घर से निकली थी और कभी भी इतनी देर तक घर से बाहर नहीं रही। आसपास के घरों में भी महिला या तीनों लड़कों की कोई जानकारी नहीं मिलने पर नंदकिशोर ने बल्देवगढ़ थाने में गुमशुदा की रिपोर्ट दर्ज कराई। उसी रात नंदकिशोर और उसके दादा आसपास के खेतों में टॉर्च की मदद से चारों लोगों को ढूंढने की कोशिश करते रहे। थोड़ी ही देर बाद उन्हें महिला और 2 बच्चों का शव कुँए में मिला।
मानसिक रूप से बीमार थी महिला-
मृतका के पति का कहना है कि तीन शव तो उन्हें कुँए में तैरते मिल गए लेकिन एक बच्चे का शव नहीं मिला था, परन्तु सुबह होते ही पुलिस ने तीसरे बच्चे का शव भी कुँए से निकाल लिया। उसका कहना है कि उसकी पत्नी कई महीनों से मानसिक रूप से बीमार थी और पिछले 6 महीने से उसका ग्वालियर से इलाज भी चल रहा था। परिवार वालों की मानें तो वो धीरे-धीरे ठीक भी हो रही थी, सारे काम करती थी और आसपास घूमने भी चली जाती थी, लेकिन उसने आजतक ऐसा कोई भी कदम नहीं उठाया था।
मृतिका के दादा ससुर भैरव कुशवाहा ने हमें बताया कि वो हर रोज खेत पर जाती थी और शाम को घर भी लौट आती थी मगर रविवार को सुबह जल्दी ही वो घर से निकल गई थी, घरवालों को लगा कि शाम तक महिला और बच्चे आ जाएंगे लेकिन जब कोई भी नहीं लौटा तो उन लोगों ने चारों लोगों को ढूंढना शुरू किया।
सुसराल वाले करते थे शारीरिक हिंसा-
टीकमगढ़ ज़िले के गोपालपुरा गाँव के रहने वाले मृतक महिला के पिता गोकुल कुशवाहा ने हमें बताया कि जब से उनकी बेटी की तबियत ख़राब रहने लगी थी, तब से उसका पति उसके साथ शारीरिक हिंसा करता था, जिसके कारण उनकी बेटी और परेशान रहती थी। उनका कहना है कि महिला के ससुराल वाले उसकी दवाइयों पर पैसे खर्च करने को लेकर भी आए दिन उससे झगड़ते थे। महिला के पिता ने हमें यह भी बताया कि नंदकिशोर के किसी दूसरी महिला के साथ भी संबंध थे जिसके बारे में उनकी बेटी और नंदकिशोर के बाकी घरवालों को भी पता था। अब वो चाहते हैं कि अगर उनकी बेटी ने ससुराल वालों की उत्पीड़न के चलते अपनी जान ली है तो उसके पति और बाकी लोगों को ज़रूर सज़ा मिलनी चाहिए।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद होगी आगे की कार्यवाही-
थाना खरगापुर के उप निरीक्षक संदीप सोनी का कहना है कि रविवार शाम को महिला और तीन बच्चों के गुमशुदा होने की रिपोर्ट बलदेवगढ़ थाने में लिखवाई गयी थी, जिसके कुछ घंटों बाद मृतक महिला के शव प्राप्ति की सूचना उसके घरवालों ने थाने में दी। उनका कहना है कि पुलिस ने तुरंत ही मौके पर पहुँच कर मामले की जांच शुरू कर दी है। बलदेवगढ़ थाने के प्रभारी अमित साहू ने हमें जानकारी दी कि 11 जुलाई की शाम में गुमशुदा होने की रिपोर्ट लिखवाने के कुछ घंटों बाद करीब रात्रि 1 बजे मृतक महिला के पति ने थाने पर आकर कुँए में महिला और 2 बच्चों के शव मिलने की सूचना दी। सुबह होने पर पुलिस को चौथा शव भी कुँए में दिख गया। उनका कहना है कि चारों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आगे की कार्यवाही तभी हो सकती है जब एक बार पोस्टमार्टम की रिपोर्ट्स आ जाएंगी।
इस खबर की रिपोर्टिंग रीना द्वारा की गयी है।
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