एक तरफ सरकार स्वच्छता के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च कर रही है| हर जिले में हजारों की तदाद में सफाई कर्मचारियों कि नियूक्ती भी है| लेकिन इसके बावजूद भी लोग गंदगी से परेशान रहते है| जैसे कि बांदा जिले के ब्लाक तिदवारी, गांव बरेठी कला के लोगों का ही आरोप है कि उनके मोहल्ले में दो साल से सफाई नहीं हुई है| जिसके कारण मोहल्ले में बहुत ज्यादा गंदगी है और नालियों का गंदा पानी भी रोड में फैलता है| जिसमें गंदगी से कीड़े निकल रहे हैं और उन लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है| लेकिन साफ सफाई के लिए न प्रधान ध्यान दे रहा न सफाई कर्मचारी सुन रहा|
लोगों का कहना है कि इस गन्दगी और बजबजाती नालियों के कारण वह लोग कई तरह की संक्रामक बीमारियों का शिकार हो रहे हैं| जैसे बुखार चेचक मुनिराज इस तरह की बीमारी हो रही है| जबकी सफाई की मांग के लिए वह लोगो कई बार प्रधान को सूचित कर चुके हैं|
जब इस मामले को लेकर प्रधान से बातचीत की गई,तो प्रधान बिंदा प्रसाद का कहना है कि साफ सफाई हर हफ्ते कराई जाती है लोग खुद में गंदगी फैलाते हैं| यह नहीं चाहते हैं कि उनके मोहल्ले में साफ सफाई रहे| जितना घरों का कूडा कचरा है नालिया में फेंक देते हैं| इसलिए नालियां जाम हो जाती हैं और नाली जाम होती है,तो उनका पानी रोड में फैलता है| जिसके लिए वह खुद जिम्मेदार हैं|
सफाई कर्मी अनिल कुमार का कहना है कि मैं प्रतिदिन स्वच्छता करता हूं लोग खुद नहीं सफाई में रहना चहते है| इस लिए जिम्मेदारी नहीं समझते है उसको तो व,गांव और विद्यालय दोनों देखना पड़ता है| रोज कहां तक नालियों का कूडा कचरा और लोगों के बच्चो कि टट्टी निकाले इसलिए नाली जाम हो जाती हैं| छोटे बच्चों को नालियों में टट्टी कराया देते हैं कूडा डालते हैं तो गंदगी फैले गी ही जितनी उहकी जिम्मदारी है उतनी लोगों कि भी तो है कि वह खुद में गन्दगी न फैलाए हैं|
-रिपोर्टर शिवदेवी