जिला महोबा ब्लॉक जैतपुर गांव भटेवरा की आशा बहुओं का आरोप है कि जब से वह लोग गांव वालों को कोरोनावायरस का टीका लगवाने के लिए कह रही हैं तब से ही गांव वाले उनके साथ गाली गलौज कर रहे हैं। इतना ही नहीं वह उन्हें मारपीट करने की भी धमकियां दे रहे हैं। उन्होंने अपने विभाग को भी यह सूचना दी कि उनके लिए गार्ड की व्यवस्था होना चाहिए क्योंकि जब स्वास्थ्य विभाग की टीम आएगी तभी सर्वे हो पाएगा और तब ही सब गांव के लोग टीका लगवा पाएंगे वरना वह लोग नहीं जा सकते।
वह आगे कहती हैं कि लोगों का कहना है कि अगर वह लोग टीका लगवाने आएंगे तो वह उन्हें मारेंगे। जिन लोगों को टीका लगवाने के बाद बुखार हुआ है। वह टीका नहीं लगवाना चाहतें। वह लोगों को टीकाकरण के फायदे भी बताती हैं फिर भी लोग समझने के लिए तैयार नहीं है। वह बताती हैं कि अगर लोग बीमार होते हैं तो फिर भी नहीं बताते। लोग कहते हैं “तुम आ जाती हो जहर के इंजेक्शन लगवाने को लेकर, हम जहर के इंजेक्शन नहीं लगाएंगे। हमें मरना होगा तो हम ऐसा ही मर जाएंगे। लेकिन हमें टीका नहीं लगवाना।”
अगर स्वास्थ्य विभाग की टीम और डॉक्टर गांव आते हैं तभी वह लोग जाती हैं। उनकी बात कोई भी नहीं सुनता। आपकी जानकारी के लिए बता दें, भटवेरा गांव में तीन आशाएं हैं। जब हमने गांव के लोगों से बात की कि आप आशाओं के साथ गाली गलौज क्यों करते हो? गांव के लोगों ने बताया है कि वह लोग टीका लगवाने के लिए कहती हुईं उनके घर आती हैं। टीका लगवाने के बाद बुखार हो जाता है। यूँ तो स्वास्थ्य विभाग वाले दवाई देने के लिए कहते हैं। लेकिन जब वह बीमार हुए तो उन्हें कोई दवाई नहीं दी गयी।
महोबा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी एस.के सिन्हा का कहना है कि गार्ड और सिक्योरिटी जैसी व्यवस्था उनके पास नहीं है। वहीं जो लोग कहते हैं कि वैक्सीन का टीका लगाने से बुखार और मौतें होती हैं। यह सब गलत आरोप है। यह अफवाएं हैं आशाकार्यकर्ता के साथ कोई गलत व्यवाहर कर रहा है तो उन्हें थाने में शिकायत दर्ज करना चाहिए।
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