टीकमगढ़ जिले के गांव हीरानगर में रहने वाली गायिका कमला चढ़ार लगभग 15 साल की उम्र से गीत गा रही हैं। उसने गाना-गाना अपने भाई से सीखा। जब लोग मिलने आते हैं, दूसरों के सामने बात रखने का मौका मिलता है, उसे यह सब काफ़ी अच्छा लगता है। वह कहती है कि वह टीकमगढ़, छत्तरपुर, ललितपुर, झांसी आदि जगहों पर जाती है और हर तरह के लोकगीत,भजन और धार्मिक गाने गाती हैं। जिस तरह के गीत की मांग जनता करती हैं, उन्हें वही गीत गाना होता है।
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शुरू में कमला को अपने परिवार का पूरी तरह से सहयोग नहीं था। लेकिन धीरे-धीरे जब वह बाहर जाने लगी तो परिवार ने भी साथ देना शुरू कर दिया। उसके गीत गाने से परिवार के खर्च में भी सहायता मिलती है। गीत गाने के सबसे ज़्यादा कार्यक्रम गर्मियों के मौसम में मिलते हैं। जैसा कार्यक्रम होता है, पैसे भी उसी हिसाब से मिलते हैं। उनके साथ सहकर्मी के तौर पर ढोलक और हारमोनियम बजाने वाले 8 से 9 लोग जाते हैं। वह बस यही चाहती हैं कि वह गीत गाती रहें। आगे बढ़ती रहें और जनता को भी खुश करती रहें।