विगत कई वर्षों तक उपेक्षित पड़ा यह तालाब अब गांव की सुंदरता और उपयोगिता दोनों का केंद्र बन गया है। पहले जहां यहां न तो बैठने की कोई व्यवस्था थी और न ही सौंदर्य का कोई चिन्ह, अब वहीं चारों ओर सीढ़ियाँ, बैरिकेडिंग और सुरक्षित माहौल है। लोग यहां बैठकर सुकून लेते हैं, सामाजिक कार्यक्रम करते हैं और गर्मी में विश्राम भी पा लेते हैं। यह तालाब अब सिर्फ जलस्रोत नहीं, बल्कि गांव की नई पहचान बन चुका है।
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