खबर लहरिया Blog स्वच्छ भारत की ग्रामीण क्षेत्रों में जमीनी हकीकत

स्वच्छ भारत की ग्रामीण क्षेत्रों में जमीनी हकीकत

स्वच्छता को लेकर केंद्र सरकार ने स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत का अभियान चलाया है, लेकिन  ग्रामीण क्षेत्र में जमीनी हकीकत इस अभियान से बिल्कुल ही अलग दिख रही है|

The ground reality in the rural areas of clean India

 

कई जगह गंदगी का ढ़ेर 

ग्रामीण क्षेत्र के मोहल्ले, गलियों और सड़को में जगह-जगह कुडे का ढ़ेर लगा रहता है, जिससे लोगों को वहा से गुजरना भी मुश्किल हो जाता है इतनी बदबू होती है कि लोगों को अपना नाक बंद कर के उस रास्ते से गुजरना पड़ता है|  कुछ भी स्वच्छ नहीं दीखता ,ऐसे में इस गंदगी से कई तरह के कीटाणु भी निकलते हैं| जिसका लोगों के जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ता है और लोग संक्रमण के शिकार हो जाते है,जिसके वजह से दवा करना भी बड़ा मुश्किल हो जाता है|

 

ग्रामीण इलाके में गंदगी से बुरा हाल

पन्ना जिले के ब्लॉक अजयगढ़ तहसील के वार्ड नंबर 7 कुलियाना मोहल्ले की खबर इन तस्वीरों में साफ दिखाई दे रही है| के कितना स्वच्छ हैं मोहल्ले में इस प्रकार की गंदगी फैली हुई है कि आज-कल बीमारी  अधिक फैल रही है, जिनकी कोई सीमा नहीं और दूसरी ओर नगर पंचायत वाले भी नहीं नालियों और कचरो के ढेरों पर ध्यान दे रहे हैं| यहां की नालियां बहुत छोटी है और मात्र 1 फुट गहरी हैं   और वह भी पूरी लबालब भरी पड़ी है जिन पर साफ हफाई का कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है कचरे के ढेर और गड्ढों में भरा हुआ पानी और नाली ना होने के कारण लोग अपने घर में गड्ढा बनाकर उसी में गंदा पानी इकट्ठा करते हैं| जिससे मच्छर और मखियाँ जन्म लेती है और खतरनाक बीमारी का खतरा हो सकता है|

 

नालियां भरी होने के कारण मच्छर और कीड़े पडे़ रहते हैं जिससे बच्चों को मलेरिया, डेंगू जैसी खतरनाक बीमारियां फैल रही हैं, लेकिन किसी प्रकार का कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा| इस बारे में जब  यहां के वार्ड मेंबर से बात कि गई तो उनका कहना है कि अब हम जिम्मेदार नहीं हैं| सफाई करवाने का काम नगरपालिका का है कि वह साफ सफाई में ध्यान दें लेकिन नगरपालिका वाले किसी भी प्रकार का ध्यान नहीं दे रहे यहां पर बड़े-बड़े कुडे़ के ढेर लगे हुए हैं|

 

गाँव में सफाईकर्मी नहीं 

आप इस तस्वीर में साफ देख सकते हैं उपरोक्त जानकारी के अनुसार बताया गया कि यहां पर कोई भी सफाई कर्मी नहीं आता और ना ही कचरे की गाड़ी आती है मेन रोड तक ही आती है|  बस्ती के अंदर नगरपालिका की कचरे वाली गाड़ी और सफाई कर्मचारी देखने तक नहीं आते कभी-कभी झाड़ू लगाने वाले आते हैं तो झाड़ू लगाकर कचरा नाली में डाल जाते हैं जिससे और अधिक बदबू देता है और दिन पर दिन नालियां भर्ती रहती है|जिसके वजह से आस-पास के सभी लोगों को बहुत ही परेशानियां हो रही हैं|

 

गन्दी नाली से जूझ रहे है  ग्रामीणों ने सुनाया समस्या 

सुमन आदिवासी ने बताया की हम लोग अधिकारी से कहते, कहते थक गए है लेकिन कोई नहीं सुनता है अगर बोलते भी है तो कहते है की आपके पास में नाली नहीं है तो हम लोग बोलते है की बनवा दो नाली अगर बन जाए तो अच्छा होगा घर का कचड़ा नहीं अच्छा लगता है कोई भी आता है तो कहता है की कितना गंदगी है इस गाँव में तो उन्हे भी अच्छा नहीं लगता है पर क्या करे वार्ड मेंबर राजकुमार है वो भी कुछ नहीं सुनता है न कोई साफ़ करने आता है|

 

-रजनी