बांदा के जिला अधिकारी आंनद कुमार सिंह द्वारा नरैनी के अंदर आने वाले ग्राम पंचायत का जायज़ा लिया गया। इसके साथ ही अधिकारियों और आशा कार्यकर्ताओं को कोरोना से जुड़ी सेवाओं को बेहतर तौर से करने का निर्देश दिया।
जिला बांदा: कोविड-19 के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए तहसील नरैनी के अन्तर्गत आने वाले ग्राम पंचायत भवई में एनम, आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने कोरोना संक्रमितों का सर्वेक्षण किया था। जिसका जायज़ा जिला अधिकारी आनंद कुमार सिंह द्वारा लिया गया। इस दौरान नरैनी के उपजिलाधिकारी वन्दिता श्रीवास्तव, थानाध्यक्ष और क्षेत्रीय लेखपाल सहित गांव के फील्ड वर्कर भी शामिल रहें।
जिलाधिकारी ने की लोगों से अपील
जिलाधिकारी द्वारा गांव वालों से अपील की गयी कि गांव में लगातार कोरोना संक्रमित व्यक्तियों का चिन्हीकरण किया जा रहा है। जिस भी व्यक्ति को बुखार, खांसी, ज़ुखाम आदि है वह इसके लिए संबंधित आशा कार्यकर्ता से संपर्क करें, मेडिकल किट लें और खुद को होम आइसोलेशन (खुद को एक कमरे में अकेले कर लेना) कर लें। जिससे की परिवार या गाँव का कोई अन्य व्यक्ति संक्रमित न हो।
संक्रमण से बचाव के लिए कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन, मास्क लगाना, दो गज की दूरी बनाए रखना और हाथों को बार-बार धोना आदि का पालन किया जाये। उन्होंने आगे कहा कि इस समय में कोविड टीकाकरण का कार्य बांदा जनपद के स्वास्थ्य केन्द्रों में चल रहा है। जिनकी उम्र 18 साल या 45 वर्ष से अधिक हो। वह कोविड पोर्टल या आरोग्य सेतु एप पर जाकर टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन कराये। टीकाकरण सेन्टर में जाकर वैक्सीन लगवाएं तथा दूसरों को भी जागरूक करें। यह लोगों के स्वास्थ्य के लिए बहुत ज़रूरी है।
स्वछता और सैनिटाइज़ेशन पर हो ध्यान
जिलाधिकारी द्वारा ग्राम प्रधान और फील्ड वर्कर को निर्देशित किया गया कि उनके द्वारा हर दिन निगरानी समिति की बैठक की जाए। लक्षणयुक्त व्यक्तियों की पहचान करते हुए उन्हें मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाए। साथ ही प्रधान को लेखपाल और सचिव को सम्पर्क करके गाँव में हर दिन स्वछता अभियान और सैनिटाइज़ेशन कराने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि ग्रामवासियों को वैक्सीनेशन और कोविड-19 से बचाव के लिए लोगों को जागरूक किया जाये एवं साकारत्मक सोच से कार्य किया जाये। यह सब बातें सुन गांव वालों में काफी जागरूकता भी देखने को मिली।
मौके पर मौजूद गाँव वालों ने जिलाधिकारी के सामने गाँव में मौजूद नाली की समस्या रखी। गाँव वालों का कहना था कि गाँव में नाली के पानी के निकासी की जगह नहीं है। जिसकी वजह से गाँव में स्वछता रख पाना मुश्किल है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का भी किया गया निरीक्षण
जिला अधिकॎरी द्वारा नरैनी अस्पताल का भी निरीक्षण किया गया। जिसमें प्रवेश द्वारा में कोविड हेल्प डेस्क, प्रसव कक्ष, महिला वार्ड, इमरजेंसी वार्ड, वैक्सीनेशन कक्ष को देखा गया। वहीं साफ-सफाई की कमी को देखते हुए अशंतोष भी जताया गया। एम.ओ.आई.सी.को निर्देशित किया गया कि पूरे अस्पताल परिसर की प्रतिदिन साफ-सफाई एवं सेनेटाइजेशन कराया जाये। इसके साथ ही कोविड हेल्प डेस्क का बोर्ड भी जल्द से जल्द लगाया जाए। परिसर में आई0सी0सी0सी0 के हेल्प लाइन नम्बरों की होर्डिंग लगायी जाये ताकि आम जनता को जानकारी मिल सके। निरक्षण में परिसर में जनरेटर खराब हालत में पाए गए। जिसे देखते हुए जल्द से जल्द जनरेटर की मरम्मत कराने का भी आदेश दिया गया।
जिलाधिकारी द्वारा वैक्सीनेशन कराने आये हुये व्यक्तियों से बात की गयी। उन्होंने लोगों से वैक्सीन लगवाने के बाद उनके आस-पास के लोगों को जागरूक करने को कहा।
इस खबर को खबर लहरिया के लिए गीता देवी द्वारा रिपोर्ट किया गया है।
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