कोटा में कृति नाम की लड़की की आत्महत्या की खबर सोशल मीडिया पर वायरल हुई जिसे बाद में फेक न्यूज़ बताया गया। इसकी जानकारी ज्योति ठाकुर ने वीडियो के माध्यम से दी। वीडियो में वे कहती दिखाई दे रही हैं कि वह ठीक है और आत्महत्या की झूठी खबर फैलाई जा रही है। इसके साथ ही राजस्थान के कोटा में फिर से एक 17 वर्षीय छात्र मनन की आत्महत्या का मामला सामने आया है। पुलिस को यह जानकारी शनिवार 18 जनवरी 2025 को मिली। छात्र मनन जेईई मेन्स की तैयारी कर रहा था।
कृति जिनकी आत्महत्या की खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थी। वायरल पोस्ट के अनुसार, कृति ने सुसाइड नोट में लिखा था कि – मैं भारत सरकार और मानव संसाधन मंत्रालय से कहना चाहती हूं कि अगर वो चाहते हैं कि कोई बच्चा न मरे तो जितनी जल्दी हो सके इन कोचिंग संस्थानों को बंद करवा दें। ये कोचिंग छात्रों को खोखला कर देते हैं।”
सामने आकर वीडियो के जरिए बताया सच
ज्योति ठाकुर ने अपने आत्महत्या की खबर को फेक न्यूज़ बताया। ज्योति वही लड़की है जो वायरल पोस्ट की तस्वीर में दिखाई दे रही है। उन्होंने वीडियो के माध्यम से कहा कि, ” यह एक फेक न्यूज़ है और यदि आप इसे शेयर कर रहे हैं तो पहले इसका फैक्ट चेक करें। मैं हिमचाल प्रदेश की रहने वाली हूँ और मैं कभी कोटा नहीं गई हूँ।” ज्योति ठाकुर ने इस बात को भी स्पष्ट किया कि उन्होंने कोचिंग संस्थानों को बंद करवाने की बात नहीं की है।
इनसे मिलिए ये हैं ज्योति ठाकुर जो खुद एक वीडियो जारी कर बता रही हैं कि वो जिंदा हैं उन्होंने आत्महत्या नहीं कि है, न ही उनका नाम कृति है और न ही वो कभी कोटा गई…सुनिए
#Kota #Rajasthan@tissavaasi06 @obcricha pic.twitter.com/So6jxYdbbU— Surabhi Tiwari Rathi🇮🇳 (@surabhi_tiwari_) January 21, 2025
कोटा में 20 दिन में 4 छात्रों ने की आत्महत्या
राजस्थान का कोटा जेईई और एनईईटी की तैयारी के लिए प्रसिद्ध है। सयुंक्त प्रवेश परीक्षा जो खासतौर से आईआईटी सहित कई प्रकार की इंजीनियरिंग कोर्स में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा के लिए होता है। अलग-अलग राज्यों, शहर और गांव से निकलकर छात्र-छात्राएं कोटा अपना भविष्य बनाने के लिए आते हैं, लेकिन पढ़ाई का इतना दबाव होने की वजह से छात्रों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है जिससे वह आत्महत्या का रास्ता चुन लेते हैं।
17 वर्षीय छात्र मनन ने की आत्महत्या
पुलिस की जानकारी के अनुसार, मनन जैन 12वीं कक्षा का छात्र था और जेईई-मेन्स की तैयारी कर रहा था। वह 22 जनवरी को जेईई-मेन्स की परीक्षा दने वाला था इसी बीच परीक्षा से पहले ही उसने आत्महत्या कर ली। कोटा में वह अपनी नानी के घर पर रह रहा था और उसने अपने कमरे में खिड़की के स्टील के एंगल से लटककर फांसी लगा ली।
राजस्थान शिक्षा मंत्री का बयान
लाइव मिंट की रिपोर्ट के मुताबिक छात्रों की आत्महत्या के मामलों पर राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि कुछ मामलों में छात्रों की आत्महत्या का कारण “प्रेम संबंध” था। इसके साथ ही उन्होंने छात्रों के माता-पिता को अपने बच्चों का ध्यान रखने और मानसिक सेहत के प्रति अधिक जागरूक रहने को कहा। उन्होंने अभिभावकों से यह भी आग्रह किया कि वे अपने बच्चों की दिनचर्या और दोस्ती पर बारीकी से नज़र रखें। साथ ही उन्होंने कहा वे अपने बच्चों पर जरूरत से ज्यादा दबाव न डालें।
18 वर्षीय अभिजीत गिरि ने की आत्महत्या
लाइव मिंट की रिपोर्ट के अनुसार, 18 वर्षीय अभिजीत गिरि ने अपने हॉस्टल के कमरे में पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। वह ओडिशा के मयूरभंज जिले से था और जेईई की तैयारी कर रहा था। आत्महत्या से एक दिन पहले उसने अपने बड़े भाई से बात की थी और कहा था परीक्षा के बाद अगले महीने घर आएगा।
नए साल 2025 की शुरुआत में ही दो मामले सामने आए जिसमें कोटा में पढ़ रहे दो जेईई छात्रों ने कथित तौर पर आत्महत्या की थी। अभिषेक उम्र में 20 साल के थे। अभिषेक ने 8 जनवरी को अपने पीजी कमरे में छत के पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली थी। 7 जनवरी को हरियाणा के एक दूसरे जेईई छात्र नीरज ने अपने छात्रावास के कमरे में छत के पंखे से फांसी लगाकर आत्महत्या की।
2023 और 2024 में छात्रों की आत्महत्या के मामले
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक 2023 में 26 छात्रों ने आत्महत्या की। इसके साथ ही पिछले साल 2024 में 17 छात्र पढ़ाई के दबाव से आत्महत्या की।
आत्महत्या के इस तरह के बढ़ते मामले सच में एक चिंता की बात है। आखिर छात्रों पर पढ़ाई का इतना दबाव क्यों हैं? यह दबाव कहीं न कहीं शैक्षणिक संस्थानों की तरफ से भी छात्रों पर होता है।
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