अन्ना जानवर यानी खेत-खलिहान से लेकर शहर की सड़कों तक दहशत ही दहशत। किसान की नजर चूकी तो फसल चौपट हो जाती है और अगर सड़क पर वाहन सवार चूके तो जिंदगी से हाथ धो बैठते हैं। इन सबके बावजूद सरकार नहीं चेत रही है l लगातार बढ़ते आतंक से निजात पाने के लिए सरकार ने शुरू की गौशाला व्यवस्था। जिसमें रखकर अन्ना जानवरों को चारा भूषा दिया जायेगा और उनकी देखभाल की जायेगी। लेकिन ये सब महज कागजी है l जानवर खेतों में किसानों की फसलों को चौपट करते दिख जायेंगे।
अन्ना जानवर यानी खेत-खलिहान से लेकर शहर की सड़कों तक दहशत ही दहशत। किसान की नजर चूकी तो फसल चौपट हो जाती है और अगर सड़क पर वाहन सवार चूके तो जिंदगी से हाथ धो बैठते हैं। इन सबके बावजूद सरकार नहीं चेत रही है l लगातार बढ़ते आतंक से निजात पाने के लिए सरकार ने शुरू की गौशाला व्यवस्था। जिसमें रखकर अन्ना जानवरों को चारा भूषा दिया जायेगा और उनकी देखभाल की जायेगी l लेकिन ये सब महज कागजी है l जानवर खेतों में किसानों की फसलों को चौपट करते दिख जायेंगे।
बुंदेलखंड में अन्ना पशुओं के कारण किसानों की खून-पसीने की कमाई तो पचास प्रतिशत तक खेत पर ही खत्म हो जाती है। हरियाली की जगह वीरानगी होती है। किसान फसलें बचाने के लिए रतजगा करते हैं। लेकिन झुंड के झुंड अन्ना जानवर किसानों की फसलों को नस्ट कर देते हैं l कुछ ऐसा ही हाल है ललितपुर जिले के खितवास गाँव का l जहाँ सड़क हो या खेत जानवर ही जानवर नज़र आते हैं।
किसानों की पीड़ा
खितवास गाँव के रामकिशोर का कहना है कि उनके यहां करीब 500 अन्ना जानवर हैं l पिछले दो साल से इधर- उधर खेतों में टहल कर फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं l और सड़क की बात करें तो सड़क जैसे उनके बाप की होl रामकली का कहना है कि हम लोग बहुत परेशान हैंl महरौनी से ललितपुर के लिए के लिए बने हाइवे पर हर दिन अन्ना जानवरों से दुर्घटना होती रहती है l इस वजह से मन में डर बना रहता है।
जानवर खा जा रहे उड़द मूंग की फसल
राजाराम का कहना है कि अभी खेत में उड़द और मूंग बोई गई हैl अन्ना जानवर खेतों में घुसकर नुकसान पहुंचा रहे हैं l सीता ने बताया है कि उन्होंने इस समस्या को लेकर कई बार विभाग में इसकी शिकायत भी की लेकिन कोई कार्यवाई नहीं हुईl जगदीश का कहना है कि वह बिरधा ब्लॉक से ललितपुर तक शिकायत कर चुके हैं और यहाँ सबने बोला और लोग तैयार भी थे कि जहां आप चाहो वहां छोड़ आएंगे पर किसी ने नहीं सुनीl और अन्ना जानवर भी फसलों को नुकसान पहुँचाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे l
अनीता ने बताया की उन लोगों ने कुछ दिनों के लिए गांव के सचिवालय में जानवरों को बांध दिया था और वहां चारा पानी की व्यवस्था भी करा दी गई थी l पर अन्ना जानवर ज्यादा और सचिवालय छोटी होने के चलते जानवर की मौत होने लगी l फिर लोगों ने वहां से निकाल दिया था और अब इधर उधर भटक रहे हैंl ना यहां का प्रधान कुछ करता है ना अधिकारीl
दिनेश कुमार जिलाधिकारी ललितपुर ने हमें बताया है कि हमारे पास ऐसी कोई शिकायत नहीं आई हैl अभी गर्मी का मौसम है इस वजह से जानवर बाहर घूम रहे हैंl जैसे लोगों के खेत में दुबारा फसल बोई जायेगीl अन्ना जानवरों को बाँध दिया जायेगाl ताकि फसलों को नुकसान न पहुचाएं l
बुंदेलखंड में अन्ना जानवर किसानों के लिए चिंता की वजह बन गए हैं। दिन रात मेहनत और लगन से खेत में फसल की बुवाई करने के बाद अच्छी पैदावार की किसानों की उम्मीद पर अन्ना जानवर पानी फेर रहे हैं। किसानों ने अच्छी पैदावार पाने के लिए फसल में महंगे बीज बोए हैं जिससे खेतों में फसल फल-फूल रही है। वहीं अन्ना जानवर किसानों की उम्मीदों की फसल नष्ट करके भूख मिटा रहे हैं। आए दिन किसी न किसी किसान की फसल चौपट कर देते हैं। लेकिन बेबस किसान कुछ नहीं कर पाता।लेकिन सरकार को चाहिए की गौशाला में ही जानवरों को बांधे ताकि एक्सीडेंट का खतरा और किसानों की फ़सल दोनों की समस्या दूर हो जाये।
इस खबर की रिपोर्टिंग श्यामकली द्वारा की गयी है।
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