24 नवम्बर 2018, ज़िला बुंदेलखंड, hindi news
जुलाई में छपरा अल्पावास में मानसिक रोगी युवती के यौनशोषण का मामला उजागर हुआ था। ये कोई पहली बार नहीं और भी कई जगहों पर इस तरह की घटनाएँ सुनने को मिलती हैं। बुंदेलखंड के कुछ अल्पावास और वृद्धा आश्रम का निरिक्षण करने पर ये पता लगा की वहां पर भी काफी संस्थाएं बंद कर दी गई हैं। 1997 में चित्रकूट ज़िले में बना गुड्डी स्वाधार आश्रम 2016 में बंद कर दिया गया था। गुड्डी स्वाधार आश्रम के संस्थापक श्रीकांत द्विवेदी का कहना है कि महिलाएं वहां नहीं रहना चाहती थी और लड़कियों के माँ-बाप सुरक्षा की दृष्टि से उन्हें वहां छोड़ जाते थे। संसथान के प्रशिक्षण के दौरान अगर महिलाएं कम पड़ जाती थी तो बगल की महिलाओं को बुलाया जाता था। लगभग 20 करोड़ की आबादी वाले उत्तर प्रदेश में कुल 40 आश्रालय हैं जिसमे से जांच में सिर्फ 13 ही सही पाए गए।