साथियो इतनी कडाके की ठंड में बुन्देलखण्ड के लोग पीने के पानी के लिए तरस रहें हैं कही पर हैंडपम्प खराब हैं तो कही पर पानी की टंकी बनी होने के बाद भी उनमें पानी की सप्लाई नहीं पहुच रही हैं और पानी के लिए ऐसी ठंड में पानी के लिए भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है गर्मी के मौसम में पानी का लेबल नीचे चला जाता है जिसकी वजह से हैंडपम्प जवाब देदेते है कुआ तालाब ज्यादा तर सूख जाते हैं लेकिने ऐसी कडाके की ठंड में अगर लोग पीने के पानी को तरस रहें है तो यह प्रसासन के ऊपर बड़ा सवाल है बुदेलखंड के जिला बांदा ब्लाक तिदंवारी गांव जरिया और दतरौली में पानी की टंकी की सप्लाई 1 माह से बंद पड़ी हुई है पानी के लिए लोग परेशान हो रहे हैं जबकि कनेक्शन वहां पर 60 और जरिया में लगभग 30 कनेक्शन है दोनों गांव के मिलाकर 90 कनेक्शन बताए जा रहे हैं गाँव के लोगों ने तिन्दवारी जल संस्थान को सूचना दी पर जेई इस मामले में आज तक कोई कार्यवाही नहीं की है जो कर्मचारी हैं ओ लोग पानी की टंकी की मोटर खोल कर ले गए हैंऔरा बताया है कि मोटर जल जाने से गांव की सप्लाई बंद ये सिर्फ एक गाँव का उदाहण है हमारे बुन्देल खंड में बहुत सारे ऐसे गाँव हैं जहाँ पर पानी टंकी तो बनवा कर खड़ी कर दी गई है लेकिन पानी की सप्लाई नहीं दी गई है आखिर जिले की प्रसासन क्यों ध्यान नहीं दे रही हैं अगर जिले के अधिकारी चाह ले तो टंकी में पानी सप्लाई चंद मिनटों में सुरु करवा सकते है इसी तरह से बुंदेलखंड के सतना जिले में बीच जंगल में बसे बटोही में सिर्फ आदिवासी रहते हैं उनके यहां न तो कोई पानी की टंकी बनी न ही कोई हैंडपंप हैं प्राकृतिक जल के श्रोत से दो किलोमीटर से पीने और घर खर्च के लिए पानी लाते हैं मांग के बाद भी प्रसाशासन वहां पर पानी की व्यवस्था नहीं करवा पाई है आ मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना – येगा जिसमें बिजली से चलने वाला पम्पसेट लगा होगा। क्या भूमिगत जल को सीधे घरों तक पहुँचाया जायेगा ?
• भूमिगत जल को नलकूप/बोरिंग एवं पम्पसेट के द्वारा पहले पानी टंकी में जमा किया जायेगा, जो कि औसतन 150 घरों के लिए 5 हजार लीटर क्षमता (सिनटेक्स या किसी अन्य प्रमाणित कम्पनी) वाला होगा।
• पानी की टंकी ऐसे ऊँचे स्थान पर रखी जायेगी जहाँ से हर घर में पानी आसानी से पहुँचाया जा सके।
• पानी की जरूरत और वार्ड की जनसंख्या को देखते हुए टंकी की संख्या 1 या 2 हो सकती है। 14 नल का जल हर घर तक कैसे पहुँचाया जायेगा?
• शुद्ध पानी को पानी टंकी से तीन फीट भूमिगत PVC पाईप से वार्ड के हर गली तक पहुँचाया जायेगा और गली से ½ इन्च PVC पाईप द्वारा वार्ड के हर घर तक पहुँचाया जायेगा। सरकार तो पानी के लिए योजनाएं चलाती है लेकिन यह योजनाएं सिर्फ और सिर्फ कागज तक ही सीमित हैं आखिर जब लोग पानी को भटक हुं रहे हैं तो ऐसी योजना से क्या फायदा लोगों को परेशान देख कर सरकार या प्रशासन को कौन सा सुकून मिल जाता है क्या इसका जवाब मिल सकता है मैं बहुत जगहों पर देखती हूँ की जलकल बिभाग की जो टंकी होती उनको लोग जब किराए से मगाते हैं तो टंकी का बचा पानी फालतू में सडको में बहाया जाता है लेकिन गाँव की जनता पानी बिना प्यासी रहे इसमें बिभाग को कोई फर्क क्यों नहीं पड़ता हैं आखिर सरकार क्यों लोगों की समस्या को नहीं सुनना चाहती हैं क्यों उनके कर्मचारी आम जनता की समस्या पर कार्यवाही नहीं करते हैं आखिर सरकार को जनता चुनती किस लिए है सरकार को जिन मुद्दों परकाम करनेकी जरूरत है उनपर कभी फोकस नहीं करती हैं ऐसी ठंड में क्या लोगों की प्यास को और सरकार बुझा पाएगी