23 फरवरी 2019, जिला चित्रकूट, hindi news
भेड़ पालन ग्रामीण अर्थव्यवस्था एवं सामाजिक संरचना से जुड़ा है। इससे हमे मास, दूध, ऊन, जैविक खाद तथा अन्य उपयोगी सामग्री मिलती है। कम लागत और ज्यादा आमदनी वाले भेड़ पालन व्यवसाय से देश के लाखों परिवार जुड़े हुए हैं। ऐसे ही चित्रकूट जिले के गढ़ौली गॉंव के भेद व्यवसायी भी हैं जो भेड़ के बाल कुतर का व्यवसाय करते हैं।