अयोध्या जिले के गाँव बालेडीहा की रहने वाली सीमा यादव की कहानी से आज की युवा सीख ले सकती है कि वह अकेले अपने दम पर 14 मुकदमे लड़ रही हैं । 25 साल की सीमा यादव पिछले 3-4 साल से घर से संबंधित मुकदमे लड़ रही है, और वह अपनी बहादुरी से कुछ मुकदमे जीत भी चुकी हैं।
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सर से माँ- बाप का साया बहुत पहले ही उठ गया था और साथ देने वाले केवल आस-पड़ोसी ही बचे है, जिनमे से कुछ आए दिन उनके हौसले की डोर को कमजोर करने मे लगे रहते है। उनके पिता का कुछ साल पहले देहांत हो गया था और माँ अपने हिस्से की जमीन बेच कर दूसरी बेटी के साथ रहती है जिसकी अब शादी हो चुकी है।
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मुकदमे के चलते सीमा की पढ़ाई भी पूरी नहीं हो पाई। उन्होंने अपनी बी ए की पढ़ाई दूसरे साल में ही छोड़ दी थी, और अपने हक के लिए लड़ने मे लग गयी। उनका टीचर बनने का सपना था लेकिन वह कहती है कि वह अपने इस सपने को पूरा जरूर करेंगी जब वह अपने सारे मुकदमे जीत जायेंगी । वह कहती है कि वह अपने हक के लिए लड़ती रहेंगी, बाकी उनके हक मे जोभी लिखा हो, ऊपर वाले की मर्जी ।
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