महोबा जिले में लगने वाले कजली मेले को ‘कजली महोत्सव’ के रूप में मनाया जाता है। कजली मेला 12 अगस्त से शुरू हो चुका है व आने वाले 25 अगस्त तक रहेगा। जिले में लगने वाला कजली मेला, ऐतिहासिक मेलों में से एक है। यह मेला हर साल अगस्त के महीने में ही लगता है। इस मेले में लोग दूर-दूर से घूमने आते हैं। पिछले दो सालों से यह मेला कोविड की वजह से नहीं लगा था लेकिन इस साल कजली मेले में काफ़ी धूम देखने को मिल रही है।
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कजली मेले में आपको घर-गृहस्थी का सामान, शृंगार की चीज़ें, चूड़ियाँ इत्यादि सामान मिलते हैं। साथ ही मनोरंजन के लिए मेले में कई प्रकार के झूले व पेट-पूजा के लिए चाट, पानी-पूरी आदि चीज़ें भी मिलती है।
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जिले में रहनी वाली महिला रामकली का कहना है कि उन्हें मेले में बहुत आनंद आता है। वह अपने मन का चाट, समोसा, टिकिया, बर्गर, चाऊमीन आदि चीज़ें मन भरके खाती हैं।
बाँदा के रहने वाले बशीर कहते हैं कि महोबा जिले के कीरत सागर में उन्होंने दुकान लगाया हुआ है। वह कजली मेले का भी भरपूर मज़ा लेना चाहते हैं और लोगों से इस मेले में आने के लिए कहते हैं।
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