खबर लहरिया Blog गड्डा मुक्त सड़को का सबसे ज़्यादा असर ग्रामीण स्तर पर देखिये

गड्डा मुक्त सड़को का सबसे ज़्यादा असर ग्रामीण स्तर पर देखिये

सरकार ने गड्ढा मुक्त सड़को का अभियान तो चलाया लेकिन इसका असर सबसे ज़्यादा ग्रामीण स्तर पर देखने को मिल रहा है की गड्डा मुख्य अभियान की कितना कामयाब हो पाया है| छतरपुर जिले के  ग्राम खेड़ी के धरमपुरा की सड़क को देखने से ही पता चल रहा है की यह सड़क लोगों के लिए कितना सफल है आने – जाने में. क्यूंकि काफी सालों से ये सड़क कच्ची पड़ी हुई है दिन भर में हजारो की तदाद में लोग निकलते है| इस सड़क में  सिर्फ मिटटी के अलावा कुछ नहीं दिखता है, जिससे कोई साधन भी नहीं चल पाता है. यहाँ तक की  सबसे छोटा साधन साइकिल वाले भी निकलने में आये दिन गिर जाते हैं |

ग्रामीणों का आरोप है की 

सड़क पर जगह-जगह गड्ढे हैं और इन्हीं गड्ढों से हम लोग निकलते हैं इस बारे में सरपंच और अन्य अधिकारियों को शिकायत पत्र भी दिया है. लकिन जब भी हम लोग शिकायत करने जाते हैं, तो लोग भगा देते हैं| सरपंच अपना घर तो बना रहा है. लेकिन यहां की सड़क बनवाने का कोई भी ध्यान नहीं देता है

बरसात हो या सुखा मौसम  समस्या से नहीं है छुटकरा

बारिश के दिनों में इस सड़क पर पानी भर जाता है,तब लोग   टेहूनन से पानी में पैर घुसा कर  जाते हैं.तो चलने में समझ भी नहीं आता की कहां पर गड्ढा है और कहां सड़क इस लिए लोग गिर भी जाते हैं उसी गंदे पानी में और कई तरह की बीमारियां भी होने की संभवना रहती है|  

यात्री गाजी राम कुशवाहा का कहना है की इस सड़क से कई तरह की दिक्क़ते होती है.  रात के समय कोई भी बीमार हो जाता है,तो यहाँ पर एम्बुलेंस नहीं आ पाती है इसको लेकर सरपंच से कई बार शिकायत भी किया है. लेकिन कोई सुनता नहीं है

बरसात में बहुत दिक्कत पड़ती है लड़का बच्चा निकल नहीं पाते है.बहुत पानी भर जाता है आने जाने में समस्या आती है कई बार  हादसा हो गया है.  सड़क बन जाए तो अच्छी बात है

चरण सिंह यादव का कहना है की ये सड़क बहुत पुरानी है, जब से इस सड़क का निर्माण हुआ है  तभी से इसी तरह अधूरी पडी़ है 

जिला पंचायत सी.ई.ओ सय्यद मंजर अली का कहना है 

यह मामला मेरे संज्ञान में आया है इसको दिखवा लेता हु और जैसे ही बजट प्राप्त होता है,उसको हम बनवा देंगे यदि अन्य किसी विभाग की होगी तो उन्हें हम पत्र लिखेगें|