जिला चित्रकूट ब्लॉक मऊ और मानिकपुर गांव बरबार और मवई कला। यहाँ गांव तो ओडीएफ हो गया पर लोगो को शौचालय नहीं मिला। अभी भी लोग बाहर शौच करने जाते है। अधिकारी का मानना है की पूरा जिला ओडीएफ हो गया लेकिन गांव के लोग अभि भि शौच के लिये बाहर जा रहे है।
आज विश्व शौचालय दिवस है। शौचालयों की अहमियत और स्वच्छता पर जागरूकता बढ़ाने के लिये दुनिया भर में 19 नवम्बर को विश्व शौचालय दिवस मनाया जाता है। 2018-19 में ओडीएफ हुए चित्रकूट जिले के बरवार और मबई कला के दो गाँव में हमने शौचालय की स्थिति जानी और पाया कि अभी भी यहाँ कुछ नहीं बदला है लोग आज भी बाहर ही शौच जा रहे हैं।
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जब इस मामले में बरवार ग्राम पंचायत प्रधान नीलम से बात की गई तो उन्होंने बताया कि 600 परिवार की आबादी है जिसमें से 415 लोगों को शौचालय मिल गया है। बाकी लोगों की लिस्ट भेजी जा रही है, प्रयास है की शौचालय जल्दी मिले।
प्रधानमंत्री ने देश को ओडीएफ घोषित कर देश के सभी नागरिकों को गौरवान्वित होने का मौका दिया है। पर सच्चाई इससे अलग है। सरकारी अफसरों की लापरवाही और गांव की राजनीति से ओडीएफ शब्द की हकीकत पर थोड़े से दाग छूट गए हैं। कहने को तो हर घर में शौचालय बना दिए गए, कुछ में बने पर अधूरे ही रह गए और उन्हें सर्वे में ओके दिखा दिया गया। सोचने की बात है की चारो तरफ ओडीएफ का शोर है लेकिन गाँव के लोग आज भी खुले में शौच जाने को मजबूर हैं।
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