मध्य प्रदेश में भोपाल के बाहरी इलाके सूखी सेवनिया के पास सड़क का 100 मीटर हिस्सा धंस गया, जिसकी वजह से करीब 30 फुट गहरा गड्डा बन गया। यह घटना कल सोमवार 13 अक्टूबर 2025 दोपहर 12 से 1 बजे के बीच की बताई जा रही है। हालाँकि इस घटना में किसी भी प्रकार के जान माल को नुकसान नहीं पहुंचा है, क्योंकि उस वक्त सड़क पर यातयात नहीं था। इसके बाद सूखी सेवनिया पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए धंसी हुई सड़क पर यातायात बंद करवा दिया।
निर्माण कंपनी का टेंडर 2020 में रद्द
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक पुल का निर्माण 2013 में हुआ था और निर्माण कंपनी का टेंडर 2020 में रद्द कर दिया गया था। तब से अब तक इस पुल के रखरखाव के लिए आधिकारिक तौर पर कोई एजेंसी जिम्मेदार नहीं है। इसके लिए सड़क का रखरखाव करने वाले मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम (एमपीआरडीसी) ने एक मुख्य अभियंता के नेतृत्व में एक पैनल द्वारा धंसने की जाँच की घोषणा की है। धसने की वजह फ़िलहाल सड़क का रखरखाव करने वाले लोक निर्माण विभाग ने सड़क के नीचे बह रहे भूमिगत नाले को ज़िम्मेदार ठहराया है। हालाँकि पूरी पुष्टि जाँच के बाद सामने आएगी।
धँसी हुई सड़क का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
धंसी हुई सड़क का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। नीचे दिए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि सड़क का हाल क्या हो गया है और कितनी दूर तक सड़क धंसी हुई नज़र आ रही है। सड़क का हिस्सा मंडीदीप से ईंटखेड़ी के बीच धंसा गया। ड्रोन कैमरे से लिए गए वीडियो में भी देखा जा सकता है धंसे हुए हिस्से को पुलिस ने बंद कर दिया है।
A major Road Accident was Averted when a 100-metre stretch of road near #Bilkhiria, under the Sukhi Sewania ps limits, outskirts of #Bhopal , Caved in, resulting in a 30-foot-deep Crater.
Narrowly avoiding a major accident due to no traffic. #MadhyaPradesh #RoadSafety pic.twitter.com/9eoibEau3J
— Surya Reddy (@jsuryareddy) October 14, 2025
यह सड़क इन मार्गों को जोड़ती है
रिपोर्ट के अनुसार भोपाल पूर्वी बाईपास पर बिलखिरिया गांव के पास की सड़क मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम (एमपीआरडीसी) के अंतर्गत आती है, जो इंदौर, होशंगाबाद, जबलपुर, जयपुर, मंडला और सागर को प्रमुख मार्गों से जोड़ती है।
रूट डायर्वट किया गया
सूखी सेवनिया के एसएचओ रामबाबू चौधरी ने बताया कि सड़क धंसने के बाद यातायात डायवर्ट कर दिया गया और मौके पर पुलिसकर्मी को तैनात कर दिया गया है।
मध्य प्रदेश के सड़क का ये हाल देख डर भी लगता है और सवाल भी उठते हैं कि आखिर सड़क बनने के बाद अगर इस तरह की घटना सामने आती है तो ये किसकी जिम्मेदारी है? सड़क द्वारा किए गए निर्माण में कई साल लगते हैं और कई करोड़ों रुपए का बजट पास भी होता है इसके बावजूद इस तरह की घटना सामने आती है तो चिंता बढ़ जाती है।
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