इस समय महंगाई चरम सीमा पर है। लोगों को कहना है की पेट्रोल डीजल से लेकर साग सब्जी तक इतना महंगा हो गया है कि लोगों के लिए खरीद पाना संभव नहीं है। वही कुछ किसानी वाह का यह भी कहना है कि सरकार पेट्रोल डीजल के दाम तो बढ़ा देती है पर किसानों के अनाज का दाम कभी नहीं बढ़ाती। सरकार को इस पर भी सोचना चाहिए।
अभी गैस को ही ले लें गैस की पहली सब्सिडी आती थी अभी नहीं आती उज्जवला योजना के तहत सब लोगों को गैस दिया गया। लोगों के लिए खरीद पाना मुश्किल हो गया है और डीजल भी लगभग ₹100 लीटर कर दिया गया है। कहां से खेती भी कर पाए से पहले किसी के सरकार में ऐसा नहीं था की पेट्रोल डीजल का दाम 100 पार कर जाए। वहीं पर कुछ स्टूडेंट युवा हैं जो तैयारी कर रहे हैं उनका कहना है की महंगाई की मार हम लोगों के सीधे तैयारी पर लगी है। एक तो कहीं भी पेपर होता है 1000 2000 के नीचे नहीं लगता है ऊपर से किराया इतना बढ़ गया है की अब तैयारी भी करने के लिए सोचना पड़ता है।
महिलाओं का कहना है महंगाई की वजह से हम लोग पहले कि जितना सामान नहीं खरीद पाते हैं। महंगाई पूरा हम लोगों के किचन पर आ पड़ी है कैसी पहले सब्सिडी उसमें मिलती थी अब नहीं मिलती है तो एक बार जब गैस खत्म हो जाता है। तो दोबारा भर आने के लिए सोचना पड़ता है और सरसों का तेल काफी महंगा हो गया है। पहले सो डेढ़ सौ में मिल जाता तब 200 के ऊपर ही हो गया है। इसके अलावा सब्जियों का दाम काफी बढ़ गया है आलू ₹20 किलो दाल भी सो के नीचे नहीं है। जो दाल ₹60 किलो मिल जाती थी वह आज तो पार कर गई है तो समय कोविड-19 की वजह से वैसे ही सब काम धंधा बंद पड़ा हुआ है। ऊपर से महंगाई और कमर तोड़ दी है फैजाबाद जाने के लिए सोचना पड़ता है पहले ₹100 में हो जाता था अब 200 रखो तब आ जा सको।
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