जिला बांदा, ब्लाक नरैनी, ग्राम पंचायत जमवारा के लोगों का आरोप है कि उनके गांव में वोटर लिस्ट को लेकर बहुत ज्यादा धांधली चल रही है। जिसके चलते सैकड़ों लोगों के नाम वोटर लिस्ट से काट दिए गए हैं और वह लोग अब होने वाले पंचायती राज चुनाव में अपने मत से वंचित रह जाएंगे| इसकी शिकायत भी लोगों ने तहसील से लेकर डीएम तक की है और जल्द ही नाम जुड़वाने की मांग की है। लो
गों का कहना है कि उनके गांव में बाहरी नाम बहुत ज्यादा जुड़े हैं जो दो-दो,तीन-तीन जगह से लाभ ले रहे हैं और जो गांव के लोग हैं उनके नाम बी.एल.ओ द्वारा काट दिए गए हैं। जबकि बी.एल.ओ भी उसी गांव की रहने वाली हैं और आज से नहीं 35 सालों से वहीं रह रही है, तो इतना तो जानती ही है कि गांव में कौन से लोग हैं और कौन से बाहर के लोग हैं, इस बात का लोगों के पास सबूत भी है लोगों ने बहुत जगह की वोटर लिस्ट कॉपी निकल लाई है।
जो इस बात को साबित कर रही है कि जिन लोगों के नाम जमवरा में जुड़े हैं उन लोगों के बांदा, हथोड़ा, जबलपुर, सतना और इस तरह से और कई जगहों पर एक ही वोटर हैं।
तो ऐसे लोगों का नाम जमवरा से क्यों नहीं काटा जाता वह क्यों कई कई जगह से लाभ ले रहे हैं और इसी के चलते लोग अपने गांव के विकास के हित के लिए किसी नए चेहरे को नहीं उतार पा रहे हैं लोगों का कहना है कि अगर हर पंचवर्षीय में एक नया चेहरा उभर कर सामने आए जिस पर वह विश्वास कर सकें कि यह गांव के हित में काम करेगा और विकास करेगा तो गांव के विकास के लिए और लोगों के लिए अच्छा होगा लेकिन फर्जीवाड़े के चलते दो ही लोग प्रधान हो पाते हैं तीसरा नया चेहरा नहीं आ पा रहा है |
इसलिए वह चाहते हैं कि जल्द से जल्द यह सूची सही करा दी जाए ताकि वह इस बार चुनाव में एक नया चेहरा उतार सकें। जमवारा के लेखपाल मनजीत ने ऑफ कैमरा बताया कि वहां की जांच चल रही है लेकिन अभी फाइनल नहीं हुई है, इसलिए वह कुछ नहीं कह सकते लेकिन हाँ कुछ कमियां तो पाई जा रही हैं लेकिन उसकी पूरी तरह जांच होना जरूरी है इसके बाद ही कुछ कह पाएंगे। बताते चलें कि बी.एल.ओ मिली से फोन पर बातचीत हुई और उन्होंने बताया की सभी के वोटर कार्ड बने हुए हैं और किसी का भी वोटर लिस्ट से नाम नहीं काटा गया है।