ग्रामीणों की अनमोल आंखों की रोशनी बरकरार रखने के लिए गाँव में निशुल्क चिकित्सा शिविर लगाया गया है। बुजुर्गो का मोतियाबिद का आपरेशन करवाकर उन्हें नई रोशनी प्रदान की जा रही है।
अयोध्या जिले के विकास खण्ड तारून की ग्राम पंचायत बेनीगद्दोपुर में जिला पंचायत सदस्य हरिश्चन्द्र निषाद के नेतृत्व में निःशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर का अयोध्या फेको सेन्टर के सहयोग से किया गया। इस शिविर के जरिए करीब दो दर्जन मरीजों को मोतियाबिंद आपरेशन के लिए अयोध्या फेको सेन्टर ले जाया गया। ऑपरेशन के बाद एम्बुलेंश की मदद् से उन्हे वापस घर भेजा जाएगा।
समाज सेवी व जिला पंचायत सदस्य हरिश्चन्द्र निषाद ने बताया कि इस शिविर में मरीजों को किसी भी प्रकार का शुल्क नही देना हैं। कैम्प के दौरान पहुंचे ग्रामीण को निःशुल्क चिकित्सा परामर्श के साथ दवा का वितरण भी किया गया है। यहाँ पर आठवीं बार चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया है। यह कैंप सुबह 10:00 बजे से चल रहा है जिसमें अब तक यहां पर 200 लोगों ने आकर अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है। जिसमें 20 से 25 लोग मोतियाबिंद के मरीज पाए गए। सिरदर्द, आंखों से साफ दिखाई ना देना, नजदीक की वस्तुएं ना दिखाई देना जैसे कई अन्य बीमारियां भी सामने आई।
कैंप में क्या-क्या हैं सुविधाएं
इस कैंप के माध्यम से तमाम प्रकार की सुविधाएं दी जा रही हैं। आँखों का नेत्र परीक्षण करके आई ड्रॉप और चश्मे का नंबर दिया जा रहा है ताकि मरीज चश्में की दुकान पर नंबर दिखाकर चश्मा बनवा सके।
ग्रामीणों में दिखी काफी उत्सुकता
स्वाति कुमारी ने बताया कि उनके गांव बेनी गद्दोपुर में पहली बार नेत्र चिकित्सा शिविर लगा है जो बहुत ही जरूरी था। यह सारा श्रेय उनके गाँव के जिला पंचायत सदस्य हरिश्चंद्र को जाता है। यहां लोगों की आंखों को लेकर बहुत ज्यादा दिक्कत है। स्वाति कुमारी को भी कुछ दिनों से सिरदर्द की समस्या थी। उनकी आंखों से पानी आता है लेकिन वह कहीं दिखाने नहीं जा पाई थी। आज वह बहुत खुश है कि उनके यहां शिविर लगा और उनके आँखों का फ्री इलाज हुआ है।
गांव की रहने वाली अंजना जिनकी उम्र लगभग 60 वर्ष है उनके सिर में दर्द रहता है। आंखों से भी कम दिखाई देता है। आज डॉक्टर से जाँच कराई डॉक्टर ने उन्हें आई ड्रॉप और दवाई दिया है। चश्मा बनवाने के लिए उनके चश्में का नंबर भी दिया है। उन्हें उम्मीद है की इससे उन्हें काफी राहत मिलेगी।
प्रधान सुरेश कुमार सिंह उर्फ कक्कू का कहना है कि वह जिला पंचायत सदस्य हरीशचंद के बहुत आभारी हैं। उनके नेतृत्व में नेत्र शिविर लगा है इससे गांव के लोगों में काफी उत्साह है। गाँव के लोगों को इस शिविर से काफ़ी फायदा होगा।
16 साल की बच्ची भी मोतियाबिंद की शिकार
सुरेंद्र प्रताप सिंह, नेत्र चिकित्सक अयोध्या ने बताया कि अभी तक नेत्र चिकित्सक शिविर में लगभग 195 मरीज देखे गए हैं जिसमें से 26 मरीज ऑपरेशन के लिए भेजे जा रहे हैं। इसमें एक बच्ची जिसकी उम्र मात्र 16 साल है उसकी आंखों में भी मोतियाबिंद का लक्षण पाया गया है। आगे चलकर उसको ज्यादा प्रॉब्लम ना हो इसलिए उसको भी ऑपरेशन के लिए भेजा जा रहा है। उम्मीद है लोगों को जल्द ही उनके आँखों को अच्छी रौशनी मिलेगी।
इस खबर की रिपोर्टिंग कुमकुम यादव द्वारा की गयी है।
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