बुंदेलखंड का यूपी और एमपी क्षेत्र दशकों से डाकू लोगों का क्षेत्र माना जाता है, ददुआ, ठोकिया, रागिया, बलखड़िया और बबुली कोल! ये बीहड़ की दुनियां के ऐसे नाम हैं और इन्ही नामों में से एक नाम है दस्यू सुन्दरी का जिनकी आहट पाते ही कभी पत्ते भी हिलना बंद कर देते थे। वैसे तो सालों पहले ही डाकुओं का दौर गुज़र चुका है पर अभी हाल में 21 साल की साधना पटेल नामक डाकू मीडिया में बहुत प्रचलित हो रही है। अब खबर आ रही है की 13 नवम्बर को पाठा के जंगलों की पहली दस्यु सुंदरी साधना पटेल को मध्य प्रदेश की सतना पुलिस ने जंगल में घेरकर पकड़ लिया।
उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की इनामी महिला दस्यू सुन्दरी के खिलाफ लूट, डकैती और अपहरण के सात मामले दर्ज हैं। ऐसा मिडिया द्वारा दिखाया जा रहा है कि एमपी और यूपी दोनों राज्यों के बीहड़ों में 21 साल की साधना पटेल(दस्यू सुन्दरी) खौफ का पर्याय बन चुकी थी। किसी ने साधना पटेल के बारे में मोहब्बत से अपराध तक की कहानी लिखी तो किसी ने डाकुओ के साथ गहरे रिश्ते की दास्तान।
आपको बताते चलें कि साधना पटेल चित्रकूट जिले के ब्लाक कर्वी गाँव गुरेहटनपुर मजरा रामपुर पालदेव की रहने वाली है। इन सब बातों का सच जानने के लिए हमारी रिपोर्टर पहुँच जाती हैं साधना पटेल के घर यानी गुरेहटनपुर गाँव। मां के बताने के अनुसार साधना पटेल एक सधारण लड़की थी साधना सुन्दर और जिम्मेदार लडकी थी मां मजदूरी करने जाती तो साधना अपने भाई बहनो का ध्यान रखती खाना बनाती घर के कामो मे भी मां का हाथ बंटाती थी। थोड़ी जिद्दी मिजाज की साधना को 14 साल की उम्र में अपनी मौसेरी बहन के देवर से प्यार हो गया। उस उम्र में जब उसे ये समझ ही नहीं थी की प्यार शादी क्या होती है।
साधना घर वालों के मना करने के बाद भी उस लड़के के साथ चली गई। ये बात गांव के लोगों को पता चली तो मां को ताने देने शूरू कर दिए। साधना को घर मे न रखने का निर्णय समाज के ठेकेदारों ने तय किया। मां पहले से ही अपने चार बच्चों को किसी तरह पाल रही थी। साधना के पिता बहुत पहले ही मर चुके थे। एक तरफ समाज का डर और दूसरी तरफ माँ की ममता। साधना की मां ने परिवार में चर्चा करके साधना को उनकी बुआ के घर भगड़ा थाना नयागांव में रखने का फैसला लिया। कुछ दिन बाद पता चला साधना को बुआ ने नवल धोबी डाकू को बेंच दिया है। तीन महीने बाद नवल धोबी पुलिस में आत्मसमर्पण कर लेता है और साधना वहां से बच कर फिर गांव वापस आती है। लेकिन समाज के ताने बाने से परेशान और दबाव मे आकर बेटी को घर से भगा दिया।कुछ दिनों बाद साधना (दस्यू सुन्दरी) की शादी हुई।
ऐसा बताया जा रहा है की शादी के बाद भी साधना ने तीन मैंने जंगल में गुजारे इस बीच उसपर कई केस लग चुके थे वह अपनी शादीशुदा जिन्दगी भी ठीक से नहीं गुजार पा रही थी। एक साल से साधना (दस्यू सुन्दरी) अपने ससुराल मे अपने पति के साथ मौरानीपुर मे रह रही थी। साधना छह महीने की गर्भवती भी है। 13 नवंबर की रात में एमपी पुलिस ने छापा मार कर साधना को घर से पकड़ लिया है। फिलहाल साधना जेल में है।
लेकिन जो एक बात घर और गाँव के लोगों से समझ में आई वह यह है की गाँव वालों ने साधना को कभी डाकू के रूप में नहीं देखा, न ही कभी साधना ने गाँव में दहशत फैलाई।