साथियो पिछले कई दिनों से झमा झम बारिश हो रही है बहुत लोग इसका आनन्द ले रहे है और ये बारिश फसल के लिए भी अच्छी सावित होगी लेकिन इस बारिश ने सरकार की पोल खोल दी है पिछले हप्ते की बारिश में बुन्देल खंड के कई जिले के मोहल्ले सडके लबालब पानी से भर गये थे सहरो की ऐसी सीन थी जैसे नदियों में बाढ़ की सीन होती है कई मुहल्लों के लोग अपने घरों में कैद हो कर रहे गये क्योकि जो नाली और नाला थे उनकी सफाई नहीं कराई गई थी जिस वजह से पानी को निकलने का कोई रास्ता नहीं था और पानी नालियों और नारदो के जरिये लोगों के घरों और मोहल्लो में भर गया बाँदा के हाल तो देखते ही बन रहें थे बारिश के समय लोगों ने मुझे फोन किया किया की हम उनके मोहल्ले की खबर को दिखाए हम निकल पड़े और देखा की कितनी बुरी स्थति में लोग जी रहे हैं बाँदा का शंकरनगर आजाद नगर और लोहिया पुल इतना पानी से भर गया था की देख कर लग रहा था यहा से मानो कोई नदी निकली हो बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे थे सब्जी भाजी या रोजमर्रा की चीजे खरीदना में कितनी दिक्कतों का सामना करना पड़ा जनता को आखिर नगर पालिका बरसात के पहले क्यों बारिस से निपटने का इंतजाम नहीं करती है क्यों नालियों की सफाई नहीं कराया जाता है क्यों पुल के निचे की नालियों को चौड़ा नहीं किया गया ताकि आराम से पानी निकल जाए हमारी सरकार ने तो स्वच्छ भारत का नारा दिया था और इसपर पानी की तरह पैसा भी बहाया गया है लेकिन एक ही बारिश में स्व्च्छ भारत की पोल खुल गई है आखिर सफाई के नाम पर पैसा कहा खर्च किया गया