पुलवामा आतंकी हमले में 40 सीआरपीएफ जवानों के मारे जाने के पांच दिन बाद अपने पहले बयान में, पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान खान ने मंगलवार को चेतावनी दी कि अगर भारत 14 फरवरी की घटना का बदला लेते हुए हमला करेगा तो पाकिस्तान “जवाबी कार्रवाई” ज़रूर करेगा।
इमरान खान के अनुसार अगर भारत ने बदले की चिंगारी उठाई तो उसको देख पाकिस्तान भी चुप नहीं बैठेगा।
छह मिनट की विडियो में, हाल ही में पाकिस्तान में लोकतांत्रिक रूप से चुने गए नेता के लिए इमरान खान का व्यवहार, नई दिल्ली में काफी असामान्य माना गया। पिछले तीन दशकों में न तो इमरान ने जम्मू-कश्मीर में एक भी खूनी हमले की निंदा की और न ही उन्होंने जैश-ए-मोहम्मद या उसके प्रमुख मौलाना मसूद अजहर का नाम लिया।
इस तथ्य के बावजूद कि स्थानीय निवासी आदिल डार द्वारा संचालित एक वाहन के बाद जैश ने जिम्मेदारी ली कि सीआरपीएफ की बस में 40 सुरक्षाकर्मियों की हत्या उन्होंने की।
पाकिस्तानी टेलीविज़न पर एक तैयार किये गये बयान में, इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान भारतीय जांच में सहयोग करने के लिए तैयार है और वह कार्रवाई भी करेगा, अगर भारत सरकार उन्हें पुख्ता साबुत पेश करे। उन्होंने आतंकवाद पर चर्चा करने के लिए बातचीत का प्रस्ताव रखा और कश्मीर का मुद्दा भी उठाया।
हालाँकि, विदेश मंत्रालय ने जवाबी कार्रवाई में इमरान खान की टिप्पणी का जवाब नहीं दिया, लेकिन उन्होंने इमरान द्वारा किये गये दावे को चुनौती दी।
एमईए ने उनकी बात को चुनौती देते हुए कहा कि “26/11 को मुंबई में हुए भयानक हमले में, पाकिस्तान को सबूत प्रदान किये गये थे। इसके बावजूद, पिछले 10 वर्षों से यह मामला आगे नहीं बढ़ा है। इसी तरह पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले पर भी कोई प्रगति नहीं हुई है। पाकिस्तान के ट्रैक रिकॉर्ड को देखें तो उन्होंने आज तक केवल खोखले वादे ही किये हैं।