खबर लहरिया National सार्वजनिक जगहें सभी के लिए, फिर भी महिलाएं असुरक्षित क्यों? | Jagah Dikhao के साथ चुप्पी तोड़ें!

सार्वजनिक जगहें सभी के लिए, फिर भी महिलाएं असुरक्षित क्यों? | Jagah Dikhao के साथ चुप्पी तोड़ें!

इस महिला दिवस पर अक्षरा सेंटर और खबर लहरिया ला रहे हैं #JagahDikhao — एक मुहिम जो सार्वजनिक जगहों में पितृसत्ता को सीधी चुनौती देती है।

सड़कें, बसें, स्टेशन — ये जगहें सभी के लिए हैं, लेकिन डर और छेड़छाड़ ने इन्हें महिलाओं के लिए असुरक्षित बना दिया है। हर दिन औरतें सफर में सावधानी बरतती हैं। सुरक्षा की जिम्मेदारी उन्हीं पर डाल दी जाती है — न कि उन पर जो डर पैदा करते हैं।

#JagahDikhao के जरिए हम इस अन्याय पर चुप्पी तोड़ रहे हैं — और हिम्मत और हक की कहानियां सामने ला रहे हैं।

🗣️ क्या आपने कभी सार्वजनिक जगहों पर छेड़छाड़ का सामना किया है या देखा है? आपने कैसे जवाब दिया? वो जगह ज्यादा सुरक्षित महसूस कैसे होती?

अपनी कहानी कमेंट में लिखें या हमें WhatsApp पर वॉइस नोट भेजें +91 98213 82999 ।आपकी आवाज़ें बनेंगी ऑडियो कहानियां — जो ये लड़ाई दूर-दूर तक पहुंचाएंगी।

 

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