उत्तर प्रदेश| टीका उत्सव में ज्यादा से ज्यादा लोगों की भागीदारी सुनिश्चित कराने के लिए सरकार नए-नए तरीके अपना रही है। टीकाकरण को बढ़ावा देने और लोगों में जागरूकता लाने के लिए अब प्रेरणा गीत का सहारा लिया जा रहा है। वहीं, लोग खुद भी टीकाकरण केंद्र तक पहुंच रहे हैं। कोरोना संक्रमण इस समय तेजी से फैल रहा है।
इस वर्ष पिछले बार से भी ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए प्रशासन की ओर से आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। टीकाकरण, टेस्टिंग और ट्रेसिंग बढ़ाने के लिए नए-नए हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। इसी क्रम में 11 अप्रैल से पूरे प्रदेश में ‘टीका उत्सव 14 अप्रैल तक मनाया गया है। जिसमें 45 साल से ऊपर के लोगों की ज्यादा से ज्यादा से भागीदारी बढ़ाने के लिए अब प्रदेश सरकार प्रेरणा गीत का सहारा ले रही है। टीकाकरण, नगर पालिका क्षेत्र व ग्रामीण इलाकों में लाउडस्पीकर के माध्यम से लोगों तक संदेश पहुंचाया जा रहा है।
कोरोना महामारी से बचने के लिए टीकाकरण को तेज गीत के जरिए पेश किया जा रहा है| डाक्टरों का मनना है की कोरोना संक्रमण को रोकना किसी चुनौती से कम नहीं है। सिर्फ टीकाकरण से इसे नहीं रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि लोगों में भ्रांति है कि टीका लगवाने के बाद कोरोना संक्रमण नहीं हो सकता। लेकिन संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए दो गज दूरी का खास ख्याल रखें। घर से निकलते समय नियमित तौर पर मास्क लगाएं। हाथों को बार-बार साबुन से धोएं। हैंड सेनेजाइजर का भी उपयोग कर सकते हैं।
इस बीमारी में बचाव ही सबसे मेन है| वही दूसरी और जिला वाराणसी में बढ़ते कोरोना मामले को देखते हुए प्रशासन द्वारा सुबह 7 बजे से शाम के 7 बजे तक नाइट कर्फ़्यू लगा दिया गया है। साथ ही जिले में 144 धारा भी लागू की गयी है। मास्क ना पहनने वाले को चलान भी देना होगा। गावँ चोबेपुर के दीनानाथ पाठक का कहना है कि टीका लगने के बाद उन्हें डर नहीं है। वह चाहते हैं कि सब टीकाकरण करवाएं। चोलापुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक आर बी यादव का कहना है कि प्रशासन के आदेशों का पालन किया जा रहा है। टीका उत्सव के दौरान तीन दिनों में 506 लोगों को टीका लगा है।