जिला बांदा,ब्लाक नरैनी,गांव गोपरा| यहां के राम प्रकाश सहित कुछ लोगों ने गांव में किए गए कार्य से असंतुष्ट होकर जांच की मांग की जिसकी जांच भी अधिकारियों द्वारा 26 अगस्त को कराई गई थी,लेकिन कुछ खास नहीं पाया गया |
इस मामले को लेकर जब मैं गांव गई और लोगों से बातचीत की तो बहुत से लोग तो बात करने के लिए तैयार नहीं हुए और बोले कि सब ठीक हो रहा है लेकिन कुछ गिने-चुने लोगों ने बताया कि यहां पर मशीनों द्वारा काम कराया गया है और लोगों के नाम भर के पैसे निकाले गए हैं साथ ही नदी किनारे जो बाउंड्री वाल बनना था वह काफी समय से पास पड़ा हुआ है और बन नहीं रहा जिससे नदी का पानी बारिश में लोगों के दरवाजे तक आ जाता है और उनके घर गिरने के कगार में हो जाते हैं अगर वह लोग प्रधान से इस मामले में बात करते हैं तो अनसुनी कर देता है और उनको धमकाने लगता है इसलिए वह लोग काफी परेशान हैं |
इस मामले को लेकर गोपरा प्रधान महेश प्रसाद निषाद का कहना है कि गांव दारी के चलते कुछ ऐसे लोग होते हैं जो बिना वजह की शिकायतें करते रहते हैं लेकिन जब अधिकारी जांच के लिए मौके में जाते हैं और उनको फोन करते हैं तो वह अधिकारियों के सामने नहीं आते क्योंकि उनके पास सबूत के तौर पर कुछ दिखाने के लिए है ही नहीं और फर्जी से कहते हैं कर रहे हैं साथ ही|
सचिव रविंद्र कुमार का कहना है कि गोपाल गांव की जांच की गई है लेकिन कोई भी मामला जिसकी शिकायत आई थी वह सही नहीं पाया गया है रही बात बाउंड्री वाल की तो वह अधूरा पड़ा है बाकी का मटेरियल भी पड़ा है उसका एस्टीमेट उनके पास है और जल्द ही बनवा दिया जाएगा साथ ही जो पुलिया टूटी है वह भी लोगों की गलती से ही टूटी है तो उसको भी बनवाई जाएगी रही बात मशीनों से मजदूरी कराने की तो ऐसा कोई काम नहीं कराया गया है यह सब फर्जी शिकायतें की जा रही हैं प्रधान की आपसी रंजिश की वजह से राम प्रकाश निषाद द्धरा |