जिला महोबा ब्लॉक जैतपुर कस्बा कुलपहाड़ बस स्टैंड पर रोज़ाना लगभग 1,000 यात्री बस का इंतज़ार करते हैं। लेकिन बस स्टैंड पर काफ़ी गंदगी होने की वजह से यात्रियों के लिए वहां खड़ा रहना भी मुश्किल होता है। साथ ही गंदगी कई तरह की बीमारियों को भी आमंत्रण देती है। जिससे इंतज़ार कर रहे यात्री काफ़ी परेशान रहते हैं। साफ़–सफाई जितना लोगों को किसी स्थान पर ठहरने के लिए आकर्षित करती है उतना ही गंदगी लोगों को किसी भी जगह से दूर रखने का काम करती है। लेकिन मज़बूरन लोगों को बस पकड़ने के लिए गंदगी से भरे बस स्टैंड पर खड़ा रहना पड़ता है।
साफ़–सफाई की समस्या को लेकर यात्रियों ने यह कहा
– मध्य प्रदेश के रहने वाले यात्री राकेश बताते हैं कि कुलपहाड़ बस स्टैंड में गंदगी की स्थिति तकरीबन दो सालों से हैं। सफ़ाई के लिए कोई कर्मचारी भी नहीं है। उनकी मांग है कि सफाई के लिए सफाई कर्मचारियों को रखा जाए और बस स्टैंड की सफाई करवाई जाए।
– अजमेर की रहने वाली यात्री सुनीता ने बताया कि बस स्टॉप के साथ –साथ यात्रियों के लिए शौचालयों में भी साफ– सफाई नहीं है। जिसकी वजह से शौच के लिए उन्हें किसी दूर और खाली जगह को तलाशना पड़ता है। पुरुष तो शौच के लिए कहीं भी चले जाते हैं।
– कुलपहाड़ की रहने वाली यात्री माया कहती हैं कि वह दिल्ली जा रही है। लंबे सफर में शौचालय की समस्या होती है। ऐसे में जब शौचालय भी साफ़ नहीं रहता तो उन्हें काफी परेशानी होती है। गंदगी को देखकर उनका मन भी खराब हो जाता है।
– पनवाड़ी के रहने वाले यात्री सुरेश बताते हैं कि उनका हमेशा महोबा से पनवाड़ी तक आना–जाना रहता है। लेकिन बस स्टैंड पर फैली गंदगी कभी–भी खत्म नहीं हुई। उन्होंने साफ़–सफाई के लिए बस के एक कर्मचारी को भी कहा। लेकिन उसके द्वारा यह कहा गया कि वह तो प्राइवेट कर्मचारी है और साफ–सफ़ाई का काम रोडवेज़ बस स्टॉप के लोगों को करवाना चाहिए।
– सिमरा गांव के रहने वाले यात्री पूर्व ने बताया कि लगभग पांच साल हो गए। लेकिन साफ–सफाई की स्थिति पर किसी के भी द्वारा ध्यान नहीं दिया जाता। साथ ही यात्रियों के ठहरने के लिए जो रैन बसेरे बनाए जाते हैं उसकी भी हालत ठीक नहीं हैं। वहां भी गंदगी भरी हुई है। जिसकी वजह से यात्रियों को ठंड में खुले आसमान के नीचे घण्टों बैठकर बस का इंतज़ार करना पड़ता है।
क्षेत्रीय प्रबंधक और नगर पंचायत अधिकारी ने कहा : जल्द होगी सफ़ाई
महोबा के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक हेमंत मिश्रा का कहना है
कि उन्हें कुलपहाड़ बस स्टैंड की साफ–सफाई से जुड़ी समस्याओं के बारे में कोई जानकारी नहीं थी क्योंकि अब मामला उनके संज्ञान में आ गया है। तो वह नगर पंचायत से कहकर जल्द से जल्द बस स्टैंड की सफ़ाई करवाएंगे ताकि यात्रियों को साफ–सफाई से जुड़ी समस्याओं का सामना फिर से ना करना पड़े।
वहीं शौचालय और साफ– सफाई के बारे में कुलपहाड़ के नगर पंचायत अधिकारी निर्दोष कुमार ने कहा कि रोडवेज़ या वहां के बस स्टैंड की सफ़ाई करवाना उनकी ज़िम्मेदारी नहीं है। अगर रोडवेज़ के अधिकारी उनसे वहां की साफ–सफाई के लिए कहते हैं तो उनके द्वारा बस स्टैंड की सफ़ाई करवा दी जाएगी।
सवाल यह है कि साफ–सफ़ाई की समस्या अभी से नहीं बल्कि सालों से हैं। तो अधिकारियों द्वारा इस समस्या का निपटारा या सही करने की बात पहले क्यों नहीं की गयी? साथ ही यह भी देखना होगा कितने समय मे क्षेत्रीय प्रबंधक और नगर पंचायत अधिकारी द्वारा बस स्टैंड की साफ–सफाई करवाई जाती है। और आगे भी सफ़ाई से जुड़ी समस्या पैदा ना हो। इसके लिए उनके द्वारा क्या नीति अपनाई जाती है।