बांदा, मण्डल कारागार 5 सितंबर को जेल के अंदर जहां एक तरफ अचानक से 85 कोरोना पॉजिटिव के मामले आने की पुष्टि जेलर आर के सिंह ने की तो वहीं दूसरी तरफ एक कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति की मौत का मामला भी सामने आया है। मृतक के परिजनों ने जेल प्रशासन के ऊपर हत्या का आरोप लगाते हुए बीस लाख रुपये मुआवजे की मांग की है। वहीं जेलर ने आरोप का गलत बताया है।
जेलर से फोन कॉल से मिली जानकारी के अनुसार “जेलर आर के सिंह ने बताया कि कोविड-19 का टेस्ट अप्रैल महीने से लगातार चल रहा है। जून तक कोई मामले नहीं मिले। अगस्त महीने के अंतिम सप्ताह 26 अगस्त को जेल के डॉक्टर समेत उनकी पूरी फैमिली पॉजिटिव हो गई। साथ ही 6 पुलिस कर्मी भी पॉजिटिव हो गए। हालांकि अब सब ठीक हैं और वह क्वारंटीन में हैं।
5 सितम्बर को आई रिपोर्ट के अनुसार कुल 85 कैदी कोरोना पॉजिटिव पाए गए जिसमें 82 कैदी अभी जेल में ही हैं और 3 कैदियों को रिहा करके तीनों को मेडिकल कालेज, नरैनी और कृषि विश्वविद्यालय के क्वारंटीन सेंटर भेज दिया गया है। एक कैदी जिसकी मौत हुई है उसकी 6 सितम्बर की रात अचानक हालत खराब हो गई। उसको सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। सूचना मिलते ही उसको आनन फानन में जिला अस्पताल भेजा गया। जिला अस्पताल से मेडिकल कालेज ले जाते समय पहुंचने से पहले ही उसकी मृत्यु हो गई। उसकी पॉजिटिव रिपोर्ट 1 सितंबर को आई थी। इसकी सूचना मृतक के परिवार को दी गई थी। परिजन जो आरोप लगा रहे हैं वह गलत हैं। इतने कोरोना पॉजिटिव कैदी निकले और किसी ने कोई आरोप क्यों नहीं लगाया।”
मृतक कैदी कौन था और क्यों हुई थी जेल
पैलानी थाना क्षेत्र के चौकीपुरवा निवासी 55 वर्षीय गुलबदन (कैदी) जो जेल की बैरिंग नम्बर 16 में बंद था। जेल प्रशासन ने बताया कि वह 16 अगस्त को आत्महत्या के लिए उकसाने, मारपीट व धमकी आदि की धाराओं में निरुद्ध था। कोरोना की जांच में पॉजिटिव आने पर उसके घर वालों को सूचना दी गई थी।
जेल प्रशासन पर परिजनों ने लगाए गम्भीर आरोप
मृतक की पत्नी जयरानी ने बताया कि उसको पहले से किसी तरह की कोई परेशानी नहीं थी। अचानक से मौत होने से मामला संदिग्ध लग रहा है। वह अपने बच्चों का पालन पोषण कैसे करेगी। कमाने वाला सिर्फ उसका पति ही था। गलत मुकदमा लगा कर जेल में डाल दिया था ऊपर से जान भी ले ली।
मृतक के खास परिजन का कहना है कि तब तक पोस्टमार्टम नहीं करने देंगे जब तक इस मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषी अधिकारियों पर मुकदमा नहीं लिखेंगे और 20 लाख रुपये मुआवजा नहीं देंगे।
क्या बोले राज्य सभा सांसद विशम्भर प्रसाद निषाद
राज्य सभा सांसद विशम्भर प्रसाद निषाद ने भी परिजनों द्वारा लगाए गए आरोपों के अनुसार जेल प्रशासन के ऊपर निष्पक्ष जांच कर कार्यवाही की मांग की है।
एक नजर कोरोना के कुल मामलों पर
स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार अधिकारियों ने बताया कि अभी जिले में 436 ऐक्टिव कोरोना केस हैं। यहां 10 लोगों की संक्रमण से मौत हो चुकी है। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 2 लाख 59 हजार से ज्यादा है। वहीं, अब तक 3800 से ज्यादा लोगों की इस जानलेवा बीमारी से मौत हो चुकी है। प्रदेश में करीब 60 हजार एक्टिव केस हैं। राज्य में करीब 1 लाख 96 हजार लोग इलाज के बाद ठीक हो चुके हैं।