जिला अयोध्या, ब्लाक तारून, जाना बाजार के संतोष सोनी की पत्नी वीणा 2014 में तारून सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में नसबन्दी कराई थी. लेकिन उसे दो महीने पहले पेट में दर्द होनेलगा . बहुत जगह दिखाया लेकिन आराम नहीं हुआ. फिर अल्ट्रासाउंड कराया तो पता चला वीणा गर्भवती थी. वीणा बहुत घबरा गयी कि कैसे हो गया. वीणा अपने पति के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गयी . वहां के डाक्टर बोला कि कुछ नहीं है ठीक हो जाओगी. फिर भी आराम नहीं हुआ तो जिला अस्पताल में दिखाया तो पताचला कि बच्चा ट्यूब मे फंसा है जिससे माँ की जान को खतरा है. तब से लेकर पति दर दर भटक रहा है.
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के अधीक्षक वेद प्रकाश त्रिपाठी से बात की तो उन्होंने कहा कि कभी 100लोगों मे एक पेसेंट मे ऐसा हो जाता है. लेकिन इसका भी इलाज होता है. लखनऊ मेंहमे उसका पति सारा कागज यानि की दस्तावेज दे और मै जिससे क्लेम रिपोर्ट बनाकर दे दू जिससे वीणा लखनऊ में जाकर इलाज करवा सके.