प्रयागराज जिले के शंकरगढ़ ब्लॉक के दो गाँवो में रहने वाले परिवार अपने बच्चों को अब पढ़ने के लिए नहीं भेजते। उनमें अब डर बैठ चुका है, ऐसा क्यों? क्योंकि स्कूल गांव से तीन किलोमीटर दूर है जोकि हाइवे के रास्ते में आता है। इसी हाइवे पर लगभग एक साल भर पहले पढ़ने जा रहे दो बच्चे ट्रक के नीचे आ गए थे जिसके बाद उनकी मौत हो गयी थी। इस घटना के बाद से गांव नीबी मजरा पठान मोहल्ला और कूचा बस्ती के लोग अपने बच्चों को स्कूल नहीं जाने देतें। दोनों गाँवों की मिलाकर की लगभग हज़ार की आबादी है और लोगों की मांग है कि उनके गांव के पास ही बच्चों के लिए स्कूल बनाया जाए।
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मामले को लेकर गांव की प्रधान शीला शुक्ला ने खबर लहरिया को बताया कि वह स्कूल बनवाने का प्रयास करेंगी।
खण्ड शिक्षा अधिकारी शैलपति यादव ने कहा कि स्कूल बनवाने के लिए लगभग एक हज़ार की आबादी और दो किलोमीटर दूरी पर जगह व तीन सौ बच्चे होने चाहिए। वह पहले मामले को लेकर सर्वे करवाएंगे व प्रयास करेंगे की बच्चों के पढ़ाई की व्यवस्था हो पाए।
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