जिला प्रयागराज नगरपंचायत शंकरगढ़ बजार रोड, यहां के निवासी विक्की केसरवानी के बेटे शुभ का अपहरण 23 सितम्बर को रामभवन चौराहे से हुआ था। वह शाम चार बजे घर से निकला था। उसकी उम्र 13 वर्ष की थी। पिता ने बताया, वो घर से निकला तो उन्हें लगा कि हर दिन की तरह पढ़ने-घूमने जा रहा होगा। जब वह शाम तक घर नहीं आया तो वह उन्हें आस-पड़ोस में ढूंढ़ने लगे।
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रात के 10-11 बजे उन्हें एक अंजान फोन आता है। उनसे 15 लाख रुपयों की मांग की जाती है कि वह पैसों को लेकर जंगल आ जाए। पुलिस को जानकारी देने पर उनके बेटे को जान से मारने की धमकी दी जाती है। आगे कहा, कॉल आने से पहले ही उन्होंने पुलिस को अपहरण की सूचना दे दी थी। अगर पुलिस उस समय खोजबीन करती तो शायद उनका बेटा मिल जाता। उन्होंने दुश्मनी की बात भी ज़ाहिर की है।
प्रयागराज के कमिश्नर रमित शर्मा का कहना है कि एक आरोपी को पकड़ा गया।अभी जांच व पूछताछ चल रही है कि कितने अरोपी थे। आगे बताया कि बच्चे को बहला-फुसलाकर जंगल में खरगोश दिखाने के बहाना ले जाया गया था।