खबर लहरिया Blog रिंकू शर्मा हत्या मामले में सभी आरोपी गिरफ़्तार, पुलिस ने कहा सांप्रदायिक हिंसा से कोई संबंध नहीं

रिंकू शर्मा हत्या मामले में सभी आरोपी गिरफ़्तार, पुलिस ने कहा सांप्रदायिक हिंसा से कोई संबंध नहीं

Police said no relation to communal violence rinku sharma

दिल्ली के मंगोलपुरी में 10 फरवरी के दिन 25 साल के रिंकू शर्मा हत्याकांड मामले में सांप्रदायिक हवा बहती हुई नज़र रही है। उसकी हत्या चाक़ू मारकर की गयी थी। पुलिस द्वारा यह बात साफ़ की गयी कि हत्या का सांप्रदायिक मामले से कुछ लेनादेना नहीं है। लेकिन इसके बावजूद भी लोगों में मामले को साम्प्रदायिक हिंसा से जोड़ते हुए काफ़ी आक्रोश देखने को मिल रहा है। इसके साथ ही हत्या के मामले में बहुतसी पार्टियां एकदूसरे पर जमकर आरोपप्रत्यारोप करती दिखाई दी रही हैं।

शनिवार 13 फरवरी को भाजपा पार्टी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को पीड़ित के परिवार से ना मिलने पर तंज कसती है। दिल्ली के भाजपा प्रमुख अदेश गुप्ता केजरीवाल कोजिहादी मानसिकताऔरसंदिग्धचरित्र वाला व्यक्ति कहते हुए कहते हैं कि यह कार्य उनकेतुष्टिकरण की राजनीतिको उजागर करता है। साथ ही घटना के बाद से ही रिंकू शर्मा के घर के आसपास काफ़ी तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया। 

आरोपों का सिलसिला कुछ और आगे बढ़ता है। भाजपा प्रमुख के बाद अब आम आदमी पार्टी भाजपा को अपने सवालों के घेरे में खड़ी करती है। आप पार्टी, गृह मंत्री अमित शाह पर पूरे हत्या के मामले का दोषी ठहराते हुए कहती है कि दिल्ली पुलिस गृह मंत्री के अधीन आती है और वह राजधानी में कानूनव्यवस्था बनाये रखने में पूरी तरह से नाकामयाब रही है।  

हत्या का सांप्रदायिक मामले से कोई संबंध नहीं 

रिंकू के भाई मनु शर्मा का यह कहना था कि राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा इकठ्ठा करने के अभियान में वह बहुत सक्रीय तौर से काम कर रहा था। जिसकी वजह से उसकी हत्या की गयी। मनु शर्मा विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल का सदस्य है। वह और उसके संगठन ने हत्या को सांप्रदायिक हमला होने का आरोप लगाया था। वहीं मनु की माँ राधा देवी द्वारा आरोप को वापस लेते हुए कहा गया कि हत्या का सांप्रदायिक हिंसा से कोई संबंध नहीं था। इस बात की पुष्टि पुलिस द्वारा भी की गयी। 

हत्या के पाँचो आरोपी गिरफ़्तार 

हत्या के मामले में पुलिस ने पाँचो आरोपियों को गिरफ़्तार कर लिया है। जिनके नाम हैंजाहिद, मेहताब, दानिश,नसीरुद्दीन और इस्लाम। सभी आरोपियों का एकदूसरे से संबंध बताया गया। इसके साथ ही मामले की आगे की जांच को शनिवार, 13 फरवरी को दिल्ली के क्राइम ब्रांच टीम को सौंप दिया गया जानकारी के अनुसार, आरोपी और मृतक एक ही क्षेत्र में रहते थे। दोनों ही एकदूसरे को अच्छी तरह से जानते भी थे। 10 फरवरी की रात को जब रिंकू जन्मदिन पार्टी में था तब कारोबार के मसले में उसका आरोपी के साथ झगड़ा हुआ था। रिंकू शर्मा एक निजी अस्पताल में लैब टेक्निशियन के तौर पर काम करता था। 

व्यापारिक झगड़े ने दिया हत्या को अंजामचिन्मय बिस्वाल (पीआरओ)

दिल्ली पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी (PRO) चिन्मय बिस्वाल ने कहा कि 10 फरवरी को एक इलाके के कुछ युवक जन्मदिन की पार्टी मनाने के लिए एक रेस्टोरेंट में एकत्रित हुए थे। पार्टी के दौरान रेस्टोरेंट को बंद किए जाने को लेकर उनमें झगड़ा हुआ था। झगड़े का संबंध पुराना कारोबारी मामले से था। झगड़ा होने के बाद सभी अपने घरों को लौट गए। बिस्वाल ने कहा कि बाद में कुछ युवक रिंकू शर्मा के घर पहुंचे और उसे चाकू मारकर घायल कर दिया। रिंकू को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई। बिस्वाल ने सांप्रदायिक आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि अब तक की जांच में जन्मदिन की पार्टी में झगड़े के बाद यह घटना होने की बात सामने आई है। 

रोहिणी के एक खाने केरेस्टोरेंट में रिंकू का एक समूह के लोगों के साथ झगड़ा हुआ था। जानकारी के अनुसार, उनके बीच हाथापाई भी हुई थी। जिसके बाद सब अपनेअपने रास्ते निकल गए। कुछ समय बाद आरोपी रिंकू शर्मा के घर पहुंचा। जहाँ रिंकू और उसका भाई मनु शर्मा घर के बाहर लाठी लेकर खड़े थे। जिसके बाद आरोपी और रिंकू के बीच फिर से झगड़ा हुआ। इसी बीच आरोपी ने उसे चाक़ू मारा और मौके से फरार हो गया। 

1 करोड़ की मदद दे सरकारबीजेपी प्रमुख  

प्रेस ट्रस्ट द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार बीजेपी के प्रमुख नेता अदेश गुप्ता ने रिंकू के परिवार को 5 लाख रुपए देने की घोषणा की। इसके साथ ही उनके द्वारा दिल्ली सरकार से यह मांग की गयी कि सरकार रिंकू के परिवार को 1 करोड़ रूपये तक की मदद दे। 

आरोपी के परिवार का दावा,नसीरुद्दीन नहीं था घटनास्थल पर मौजूद 

आरोपियों के परिवार वालों का कहना है कि सबसे पहले रिंकू शर्मा ने ही नसीरुद्दीन पर हमला किया था। इसके साथ ही गैस सिलिंडर के पाइप को भी उसने ही काटने की कोशिश की थी। आरोपियों के परिवार वालों ने दावा किया कि रिंकू नशे में था। वहीं रिंकू की माँ राधा देवी उसे पांचो आरोपियों पर हमला करने से रोक रही थी। नसीरुद्दीन की पत्नी शमा ने प्रिंट की 14 फरवरी की रिपोर्ट में बताया कि झगड़ा तब शुरू हुआ जब रिंकू और उसके दोस्त अकाश,बाबू,सचिन और गोलू ने उनके भतीजे ज़ाहिद को जन्मदिन की पार्टी में ज़बरदस्ती शराब पिलाने की कोशिश की।

उसके भतीजे को शराब के नशे में प्रताड़ित किया। वह लोग सोने ही जा रहे थे कि किसी का उनके पास कॉल आया और उन्हें बताया गया कि रिंकू और उसके दोस्त उनके भतीजे को मार रहे हैं। वह कहती हैं कि रिंकू ही चाक़ू लेकर आया था और उसने ही सबसे पहले उसके पति पर चाक़ू से हमला किया था। जिसके बाद वह उसे लेकर संजय गांधी अस्पताल चली गयी थी। उसे नहीं पता उसके बाद किसने रिंकू पर चाक़ू से वार किया। वह यह भी कहती हैं कि जब पूरा मामला हुआ तब उसका पति यानी नसीरुद्दीन घटनास्थल पर मौजूद ही नहीं था। इसके आलावा मनु शर्मा ने पुलिस को यह भी कहा था कि आरोपियों में से महताब ने उसके भाई पर पीछे से चाक़ू से हमला किया था। 

व्यापार में घाटे की वजह से दोनों परिवारों में पैदा हुआ मनमुटाव 

पुलिस ने बताया कि आरोपी और रिंकू शर्मा का साथ में खाने को लेकर कारोबार था। जिसमें उन्हें घाटा होने की वजह से उन्होंने कारोबार को बंद करना पड़ा  था। जानकारी के अनुसार, रिंकू और नसीरुद्दीन का परिवार एक दूसरे को बहुत अच्छे से जानते थे। लेकिन व्यापार में घाटा होने की वजह से पांच से छह महीने पहले दोनों परिवारों के बीच झगड़ा हुआ था। तब से ही दोनों परिवारों के बीच का संबंध बिगड़ गया। 

मामला आरोपियों के पकड़े जाने के बाद भी शांत होता नज़र नहीं रहा है। जबकि मृतक की माँ राधा देवी और पुलिस द्वारा यह बात साफ़ कर दी गयी है कि हत्या का सांप्रदयिक हिंसा से कोई जुड़ाव नहीं था। फिर भी मामले को लोगों द्वारा सांप्रदयिकता की तस्वीर का रूप दिया जा रहा है। सोशल मिडिया प्लेटफॉर्म्स पररिंकू को इंसाफदो करके भी कई पोस्ट की जा रही थी। अब देखना यह है कि मामला कब तक शांत हो पाता है और प्रशासन द्वारा किस तरह से लोगों को संतुष्ट किया जाता है।

द्वारा लिखित – संध्या