खबर लहरिया चित्रकूट चित्रकूट: पेंशन बनीं महिलाओं की टेंशन, सुनिए महिलाओं से

चित्रकूट: पेंशन बनीं महिलाओं की टेंशन, सुनिए महिलाओं से

जिला चित्रकूट ब्लाक मऊ गांव बरगढ़ मजरा बिनोबानगर और हर्दीकला मजरा करौदी यहा के महिलाओं का कहना है की हम गरीब महिलाओं के पेंशन इस सरकार मे बंद है पहिले महामाया के नाम से हर महिना पांच सौ रूपये मिलता था इसके बाद जब सपा सरकार आयी है तो सामाजवादी पेंशन के नाम से मिलती थी |

एक तरह से कभी कभार इकठ्ठा भी मिल जाता रहा है कभी आदमी के काम नही लगते रहे तो उसी से खर्च भाजी नमक तेल चलते रहे और अपने आदमी से छिपा लेते रहे है उसी पैसा को कुछ खास काम मे लगा देते रहे है हर घर गरीब औरतो को हर जाति को मिलता रहा इस पेंशन से बहुत राहत रहा है पर आचानक इस सरकार मे बंद हो गई गरीब लोगो कुछ नाम बदल के चलाना चाहियें था पर उस पेंशन के नाम से कोई पेशन नही मिल रही लगभग एक गांव वैसे हर घर में ये पेंशन मिलता रहा है।

गरीबो के लिए बहुत फायदा था कभी बच्चे दुखी बीमार हो गये तो महिलाएं कोर्चा करके अपने पास रखती थी इसी तरह ऐबरजेंसी काम मे खर्च करती थी कुछ महिलाओं को न विधवा पेंशन न वृध्या पेंशन अभी भी गांव मे नही मिला वे खाने के लिए दर दर भटक रहे है सामाजवादी पेंशन से कुछ गरीब महिलाओं को रहत थी |

जिला प्रोबेशन अधिकारी रामबाबू विश्वक्रमा का कहना है की हमारे यहा से सिर्फ विधवा पेशन दिया जा रहा है जिन महिलाओं को नही मिल रहा वे आनलाइन करे जरूर मिलेगा और पेशन बंद है जैसे पहिले सामाजवादी मिल रही थी अब वे सब बंद है जिला समाज कल्याण आधिकारी नीलम सिंह का कहना है यहा वृध्दा पेशन मिल रही है अभी हाल मे ही आनलाइन हो रहे लोग अपना आनलाइन करवाये चित्रकूट, बांदा संसद आर, के, पटेल का कहना है की हमारी सरकार और पेंशन चलाई है जो साढ साल के हो जायेगे उनके पेंशन मिलेगी वृध्दा पेंशन मिल रही विधवा पेंशन मिल रही है हमारी सरकार आय दो लाख तक कर दी है पेंशन तो मिल रही हर सरकार मे पेंशन चली थी और चल रही है |