बरसात का मौसम आते ही खेतों में हरियाली छा जाती है। इसी हरियाली के बीच एक ऐसी मौसमी सब्ज़ी उगती है, जिसे गांवों में लोग बड़े चाव से खाते हैं। इसका नाम है पेहटा। यह कोई बोई गई फसल नहीं है बल्कि यह तिल, बाजरा और अरहर जैसी फसलों के बीच अपने आप लहलहाने लगती है।
रिपोर्ट – सुशीला, लेखन कुमकुम
किसान जब तिल की बुआई करते हैं तो उसी के साथ खेतों में पेहटा के पौधे भी दिखाई देने लगते हैं। कई जगह इसे पेहटा, सेंधिया, पिहटा, पंडहर, पेहटूल या चैच भी कहा जाता है।
पेहटा का रूप और स्वाद
पेहटा का पेड़ और बेल देखने में ककड़ी जैसे लगते हैं। इसके पत्ते भी लगभग ककड़ी जैसे ही होते हैं लेकिन इसका फल छोटा और अलग स्वाद वाला होता है। जब पेहटा कच्चा होता है तो उसमें हल्का तीखापन होता है। इसमें खास बात यह है कि जैसे-जैसे यह पकता है इसका स्वाद खट्टा-मीठा हो जाता है। यही स्वाद इसे बाकी सब्ज़ियों से अलग और खास बना देता है।
कब मिलता है पेहटा
पेहटा पूरी तरह से बरसात की सब्ज़ी या फल है। जुलाई से सितम्बर तक यह खेतों में खूब उगता है। अगस्त-सितम्बर में यह सबसे ज्यादा मिलता है और अक्टूबर तक इसका सीजन खत्म हो जाता है। इस वजह से लोग इसका इंतजार भी करते हैं क्योंकि साल भर में केवल कुछ महीनों तक ही इसका स्वाद मिल पाता है।
पेहटा की सब्जी बनाने की विधि
बरसाती दिनों में जब महिलाएं खेतों में घास काटने जाती हैं तो साथ ही पेहटा भी तोड़कर घर ले आती हैं। इसे अच्छी तरह धोकर छोटे-छोटे टुकड़ों में काटा जाता है। सरसों का तेल, नमक और मसाले डालकर धीमी आंच पर पेहटा को पकाया जाता है स्वाद और बढ़ाने के लिए इसमें लहसुन, प्याज़ और लाल मिर्च का छौंक लगाया जाता है। पेहटा पकने के बाद हल्का पीला रंग का हो जाता है और खुशबू इतनी लाजवाब होती है कि खाने के समय ही मुंह में पानी आ जाए। इसे लोग गरमागरम रोटी के साथ बड़े शौक से खाते हैं।
अलग-अलग इलाकों में अलग स्वाद
हर जिले और हर क्षेत्र में पेहटा बनाने का तरीका थोड़ा अलग होता है। जैसे उत्तर प्रदेश और बिहार में इसे मसालों के साथ सामान्य तरीके से पकाया जाता है। वहीं राजस्थान में लोग पेहटा की सब्ज़ी खासतौर पर बाजरे की रोटी के साथ खाते हैं। पेहटा इतना स्वादिष्ट होता है कि लोग बरसात के मौसम में इसका खास इंतजार करते हैं।
पेहटा खाने के फायदे
पेहटा सिर्फ स्वादिष्ट ही नहीं बल्कि सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है। पेहटा की हल्की खटास भूख बढ़ाती है और पाचन दुरुस्त रखती है। इसमें आयरन, कैल्शियम और विटामिन सी पाया जाता है। बरसात में शरीर की गर्मी कम करने में मदद करता है। यह पेट को साफ रखता है और मौसमी बीमारियों से बचाता है। हल्की और सेहतमंद सब्ज़ी होने की वजह से यह हर किसी के लिए फायदेमंद है।
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