हमारे घर में जब हमारे पुराने कपड़े बेकार हो जाते हैं, तो हम उन्हें पोछा बना लेते हैं, उन्हें आग में डालकर जला देते हैं या फिर उन्हें कचरे में फेंक देते हैं। हालांकि, इस गांव की एक महिला ने हमें दिखाया कि कोई भी कपड़ा बेकार नहीं होता। उनके पास उन कपड़ों को उपयोगी बनाने की खास कला है। उनकी इस खास कला के चलते, वे अपने पास आने वाले पुराने कपड़ों को कटकर छोटे-छोटे टुकड़ों में रखती हैं। वे इन टुकड़ों का उपयोग करके बेहतरीन बिस्तर बनाती हैं। उन्हें यह काम बहुत पसंद है और उन्हें खुशी मिलती है कि उनके बनाए बिस्तर से लोग खुश होते हैं।
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उनकी शादी बहुत छोटी उम्र में हो गई थी, और शादी के बाद उन्हें कुछ भी नहीं आता था। धीरे-धीरे, उन्होंने अपनी समस्याओं का सामना किया और खुद को बढ़ावा दिया कि उनमें कुछ करने की क्षमता है। उन्होंने खुद को सिखाया और इस खास कला को खुद ही खोज निकाला। उन्होंने इस काम में महारत हासिल की और अब उन्हें अपने क्षेत्र में पहचान मिल गई है। लोग खुशी-खुशी उनसे बिस्तर बनवाने आते हैं। वे अपनी मेहनत से सीजन के दौरान 20,000 रुपए तक कमा लेती हैं, जिससे वह अपने पर्सनल चीजों को ख़रीदती हैं और अपने घर के खर्च में खुद के द्वारा कमाए गए पैसे का उपयोग करती हैं।
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