जिला ललितपुर ब्लॉक महाराज गांव गौना के लोगों का कहना है कि गांव में बने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर नहीं है। दो महीने से अस्पताल नहीं खुला है। पहले यहां सुविधाएं थी तो इलाज हो जाता था। अब उन्हें बहुत परेशानी हो रही है।
लोग इलाज के लिए जाते हैं तो उन्हें बन्द अस्पताल मिलता है। गरीब लोग सरकारी अस्पताल में इलाज करा सकते थे लेकिन अस्पताल बन्द होने की वजह से उनके लिए भी समस्याएं बढ़ गयी है। अस्पताल से करीब 90 गांव जुड़े हुए हैं। इन 90 गांव के लोग इस अस्पताल में इलाज के लिए आते हैं। लेकिन जब डॉक्टर ही नहीं तो वह लोग क्या करें। पैसे वाले लोग तो अपना इलाज प्राइवेट अस्पताल में करा लेते हैं।
गांव के प्रधान का कहना है कि उनके गांव गौना में ज़्यादातर सहरिया आदिवासी लोग हैं। उनके पास कोई ज़मीन नहीं है। वह लोग मज़दूर हैं। अस्पताल बन्द होने की वजह से लोग झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज करा रहे हैं। यह डॉक्टर सिर्फ उनका फायदा उठाते हैं। गर्भवती लोगों को भी कोई सुविधाएं नहीं मिल रही है। वह कहतें हैं कि गांव वालों द्वारा कई बार आये नेता व मंत्रियों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों को तैनात करने की मांग की गयी है। लेकिन कुछ नहीं हुआ।
जी.पी शुक्ला सीएमओ, ललितपुर से फोन पर हुई बातचीत इनका कहना है कि जनपदों में ज़्यादातर डॉक्टरों की कमी चल रही है इस वजह से दिक्क्त रहती है, लेकिन प्रयास करेंगे की दो या तीन दिन में डॉक्टर की व्यवस्था हो जाए।
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