खबर लहरिया Blog पन्ना : कॉन्क्रीट मशीन की सफाई कर रहा था मज़दूर तभी ऑपरेटर ने चला दी मशीन…..

पन्ना : कॉन्क्रीट मशीन की सफाई कर रहा था मज़दूर तभी ऑपरेटर ने चला दी मशीन…..

पन्ना के जेके सीमेंट फैक्ट्री के ऑपरेटर की लापरवाही से गयी मज़दूर की जान। 

पन्ना जिले के देवरा पगरा ग्राम में वर्तमान में ही सीमेंट फैक्ट्री का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। जहां एशिया का सबसे बड़ा प्लांट बनाया जा रहा है। इसमें कई मज़दूर श्रमिक कार्यरत हैं। कई मजदूर काम करने के लिए बाहर से भी आए हुए हैं। लेकिन 10 अगस्त को हुए एक बड़े हादसे में एक श्रमिक को अपनी जान गवानी पड़ी। जानकारी के अनुसार, वेचिंग मशीन में फंसकर मज़दूर की मौत हो गयी। आपको बता दें, यह हादसा निर्माणधीन जे.के सीमेंट फैक्ट्री में हुआ था।

ऑपरेटर की लापरवाही से हुआ हादसा

झारखंड के 23 वर्षीय मृत मज़दूर का नाम तुलसी बांद्रा था। वह कॉन्क्रीट मिक्स करने वाली विशालकाय मशीन के अंदर घुसकर उसकी सफ़ाई कर रहा था। इसी दौरान ऑपरेटर ने मशीन चालू कर दी। मशीन के धारधार ब्लेडों से उसका शरीर लहू-लुहान हो गया और मज़दूर की दर्दनाक तरह से मौत हो गयी।

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कार्यरत मज़दूरों ने बताया घटना का आँखों देखा हाल

निर्माणधीन जे.के सीमेंट फैक्ट्री में हादसे के समय मौके पर काम कर रहे श्रमिक सनातन तमसा और अंकित तमसा जो की झारखंड के रहने वाले हैं, हमने उनसे बात की। उन्होंने बताया कि तुलसी वेंचिंग मशीन के अंदर सफाई कर रहा था और ऑपरेटर ने ही तुलसी को मशीन के अंदर सफाई करने के लिए भेजा था। तुलसी लगभग 8:00 बजे मशीन में घुसा था और मशीन की सफ़ाई कर रहा था। उस दौरान ऑपरेटर अपने मोबाइल फोन से बात कर रहा था। ऑपरेटर ने लापरवाही करते हुए मशीन को अचानक चालू कर दिया जिससे मशीन के अंदर काम रहा मज़दूर बुरी तरह से घायल हो गया। जिसके बाद अस्पताल में उसकी मौत हो गयी।

लापरवाही से हुई घटना के बाद फैक्ट्री में कार्यरत सभी मजदूर आक्रोशित और भड़के हुए थे। श्रमिकों ने मशीन ऑपरेटर एवं ठेकेदार पर सुरक्षा नियमों की घोर अनदेखी करने का आरोप लगाया।

पुलिस और ठेकेदार पहुंचे मौके पर

स्थिति को देखते हुए सिमरिया थाने के प्रभारी संदीप भारतीय एवं फैक्ट्री के ठेकेदार हमराही बल सीमेंट फैक्ट्री पहुंच गए। वहां आक्रोशित श्रमिकों को ठेकेदार एवं पुलिस द्वारा समझाया गया और हर संभव मदद देने का भरोसा दिया गया तब जाकर श्रमिक शांत हुए। पुलिस द्वारा श्रमिक को पन्ना के जिला चिकित्सालय लेकर जाया गया। जिसके बाद जिला चिकित्सालय में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक ने मज़दूर को मृत घोषित कर दिया।

इसके साथ ही पुलिस द्वारा वेंचिग मशीन के ऑपरेटर के खिलाफ आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध दर्ज़ कर मामले को संज्ञान में ले लिया गया गया। शव का पोस्टमार्टम करवाकर झारखंड रवाना किया गया है। साथ ही मृत मज़दूर के साथियों द्वारा सहायता राशि के रूप में उसके परिवार को 5 लाख रुपयों देने की मांग की गयी है।

पन्ना जिले में पहली बार सीमेंट फैक्ट्री बनने से जिले के निवासी बहुत खुश थे क्यूंकि पन्ना में एशिया की सबसे बड़ी फैक्ट्री बन रही थी। उनके मन में रोज़गार को लेकर आशाएं जागी थीं। उन्हें लगा था कि अब उन्हें रोज़गार के लिए बाहर नहीं जाना होगा। लेकिन हादसे के बाद श्रमिकों के मन में भय पैदा हो गया और झारखंड से आए सभी श्रमिक वापस अपने घरों की तरफ लौट गयें। लेकिन सवाल यह है कि हादसे के बाद फैक्ट्री के किसी भी अधिकारी द्वारा कोई भी जवाबदेही क्यों नहीं दी गयी? यह हादसा फैक्ट्री के सुरक्षा प्रकरणों पर भी सवाल खड़ा करता है।

इस खबर की रिपोर्टिंग अनीता शाक्या द्वारा की गयी है। 

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