पन्ना जिले में पुलिस ने सूचना मिलने पर लाखो रूपये की अवैध शराब ज़ब्त कर कई आरोपियों को पकड़ा है।
हमने एमपी के कई जिलों में शराब माफिया और अवैध शराब के व्यापार को लेकर रिपोर्टिंग की है। जिसमें हमने यह पाया कि मिलावटी शराब के सेवन की वजह से कई लोगों ने अपनी जानें गंवा दी है। इस व्यापार के जारिए शराब माफिया हज़ारों-लाखों रुपयों अवैध तरीके से कमाते हैं। कई बार पुलिस द्वारा टीमें बनाकर अवैध शराब के अड्डों पर छापेमारी कर लोगों को पकड़ा भी गया। लेकिन इसके बावजूद भी प्रदेश में आये दिन शराब माफियों से जुड़ी खबरें सामने आती रहती हैं।
पन्ना जिले के ब्लॉक अजयगढ़ तहसील के ग्राम पंचायत कुंवरपुर में 5 मई को अवैध शराब से जुड़ी एक ताज़ा खबर सामने आयी है। जिसमें पुलिस द्वारा शराब की तस्करी करने वाले आरोपियों को सूचना मिलते ही पकड़ा गया और शराब को ज़ब्त कर कब्ज़े में ले लिया गया।
ज़ब्त की इतनी शराब की पेटियां
शराब की तस्करी करने वालों के पास से पुलिस को शराब की 125 पेटी मिली। हर एक पेटी में 45-45 क्वार्टर पाए गए। हर क्वार्टर में 200 मिली लीटर शराब था। जिसकी कीमत 5 लाख 79 हज़ार 375 रूपये थी।
तीन आरोपी पकड़े गए, एक फरार
मुखबिर थाना के प्रभारी अजयगढ़ निरीक्षक अरविन्द कुजूर को यह जानकारी मिली थी कि एक सफ़ेद रंग की बेलेरो गाड़ी अवैध शराब भरकर सतना जिला जा रही है। जिसके बाद उन्होंने यह जानकारी जिले के वरिष्ठ अधिकारीयों तक पहुंचाई। जिसके बाद थाना प्रभारी मिली सूचना के अनुसार उस जगह पर अपनी टीम के साथ पहुंचे। जहां से अवैध शराब लिए हुए गाड़ी निकलने वाली थी। लेकिन पुलिस द्वारा लगाए गए चेकिंग स्थान से 30 मीटर पहले ही वह गाड़ी रुक गयी। गाड़ी से चार लोग निकलकर जंगल की तरफ भागने लगे। पुलिस ने घेराबंदी कर तीन आरोपियों को अपने हिरासत में ले लिया। लेकिन एक व्यक्ति जंगल का जायदा उठाकर भागने में कामयाब रहा।
मामले में इन पुलिस कर्मियों की रहीं भूमिका
पूरी कार्यवाही में थाना प्रभारी अजयगढ़ निरीक्षक अरविन्द कुजूर, उपनिरीक्षक रतीराम प्रजापति, सहायक उप निरीक्षक रामावतार पटेल, प्रधान आरक्षक ब्रशकेतू रावत, वीर नारायण सिंह, नफीस मोहम्मद, अशोक कुमार, आरक्षक सर्वेंद्र कुमार, मनीष विश्वकर्मा, अजय पटेल, मनोज पटेल, देवराज पटेल, नरेंद्र कुमार, तरुण वर्मा, सुधीर ,राजेश कुमार, प्रमोद पाल, चालक आरक्षक हरिचरण विश्वकर्मा एवं 100 डायल चालक गुमान सिंह की भूमिका रही।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कोरोना कर्फ्यू के दौरान उन्हें पन्ना जिले में शराब माफियों द्वारा अवैध शराब के परिवहन और बिक्री को लेकर सूचनाएं मिल रहीं थीं। जिसे देखते हुए पन्ना के पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीणा ने जिले के सारे थाना प्रभारियों को सही प्रकार से कार्यवाही करने के आदेश दिए थे। पुलिस कुछ हद तक तो अवैध शराब के कारोबार और शराब माफियों को पकड़ने में कामयाब रहीं हैं। लेकिन अब भी जिले के कई गाँवों में छुपकर मिलावटी शराब बनाई जा रही है।
कोविड से जुड़ी जानकारी के लिए ( यहां ) क्लिक करें।