गर्मी शुरू होते ही शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में मटके की मांग काफ़ी बढ़ जाती है। कुम्हार भी दो-चार महीने पहले से ही मटके बनाने की तैयारी में जुट जाते हैं। कुम्हारों ने इस बार अलग-अलग तरह के डिज़ाइन के मटके तैयार किए हैं।
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