पन्ना जिले के ब्लॉक अजयगढ़ तहसील में किसानों के पंजीयन किये जा रहे हैं। जिसकी शुरुआत 14 जनवरी से की गयी थी और 25 फरवरी उसका आखिरी दिन था। पंजीयन के लिए किसानों को सभी तरह के दस्तावेज़ों की ज़रुरत थी। इसमें आधार कार्ड पट्टा, पासबुक, आईडी कार्ड, फोटो अदि चीज़ें शामिल थीं। पटवारी के हिसाब से जितनी ज़मीन चढ़ी होगी, उसका ही पंजीयन किया जाएगा। एक किसान राजेंद्र ने बताया कि उसके पास 9 बीघा ज़मीन है तो उसका 35 क्यूंटल का पंजीयन किया गया। सभी किसानों का पंजीयन ऑनलइन प्रक्रिया के ज़रिये किया गया। लेकिन किसानों की शिकायत है कि कई बार सर्वर धीमा होने की वजह से उनका पंजीयन नहीं हो पाता और उन्हें काम पूरा कराये बिना ही घर वापस जाना पड़ता है।
उपार्जन केंद्र के विनोद का कहना है अभी तक 750 लोगों का पंजीयन किया जा चुका है। वह कहते हैं कि पंजीयन कराने से अन्न का दाम सही दाम पर बेचा जाता है। ऐसे में किसानों को सरकारी रेट में जो दाम मिलता है, वह काफी अच्छा और लाभदायक होता है। वहीं जिनका पंजीयन नहीं होता। उन्हें अपने अनाज को प्राइवेट दुकानों में कम दामों में बेचना पड़ता है । साथ ही उन्हें अपने फसल की पूरी कीमत भी नहीं मिलती।