पन्ना जिले में जहां -जहां कक्षा एक से आठवीं तक के विद्यालय हैं वहां सभी जगह बेसलाइन परीक्षा चालू हुई है। यह परीक्षाएं 23 अगस्त से 28 अगस्त तक है। इन परीक्षाओं का मुख्य उद्देश्य है कि विगत 2 वर्षों से कोरोना महामारी फैली हुई है। उसमें बच्चों का स्तर क्या है? बच्चों का स्तर जानने के लिए बेसलाइन परीक्षाएं चालू है। जिसमें कक्षा दो से लेकर आठवीं तक के बच्चों को उनके गांव में ही जाकर पेड़ के नीचे या फिर किसी चबूतरे पर बैठाकर परीक्षा करवाई जा रही है।
लेकिन इसमें स्कूल के अध्यापकों एवं बच्चों के द्वारा बताया गया कि जिन बच्चों के पास मोबाइल रिकॉर्डिंग के लिए थे उनका तो फिर भी ठीक है। लेकिन जिन बच्चों के पास यह सारी सुविधाएँ नहीं थी उन बच्चों की पढ़ाई में बहुत बुरा असर पड़ा है। उन बच्चों की पढ़ाई बिल्कुल जीरो हो गई है। 2 वर्षों से विद्यालय नहीं खुले थे तो बच्चो की पढ़ाई मोबाइल से ही हुआ करती थी। इसलिए सारे बच्चों के पास सभी सुविधाएँ न होने के कारण वह बच्चे पढ़ नहीं पाए हैं।
अध्यापक द्वारा बताया गया कि जो बच्चे ज्यादा कमजोर हैं उनके घरों में जाकर उनके परिवार वालों से संपर्क बनाएंगे। उनको जानकारी देंगे और बोलेंगे कि फोन दीजिए ताकि आपके बच्चे पढ़ सके और आगे बढ़ सके। उनका भविष्य बन सके।
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