जिला बांदा। इस समय खेतों में पलेवा का काम जोरो पर है। लेकिन बिजली कटौती के चलते किसानों को प्रयाप्त मात्रा में पानी नहीं मिल पा रहा है।जिससे फसल की बोवाई लेट होने की कगार में पहुँच गई है। बांदा जिले के ब्लाक नरैनी, गांव तुर्रा के किसानों का कहना है की उनके यहाँ बहुत सी खेती गेहूँ बोवाई के लिए पलेवा करने को पड़ी है। लेकिन बिजली की कटौती और लो बोल्टेज ने किसानों का जीना हराम कर दिया है।
बिजली कटौती से परेशान किसान ने दी आंदोलन की चेतावनी
इसके लिए बहुत से किसानों ने बुन्देलखण्ड किसान यूनियन के साथ मिलकर शिकायत भी किया है, लेकिन कोई सुधार नहीं है। अगर उनको समय से पलेवा के लिए बिजली नहीं मिलती तो फसल बहुत लेट हो जाएगी। लेट बोवाई करने से झीरी जैसे का गेहूँ पैदा होगा और अच्छा औसत भी नहीं मिलेगा। जिससे हम किसान परेशान हैं। हम किसानों का खेती ही एक सहारा है, जिसके सहारे पूरे परिवार का पालन पोषण होता है। अगर समय से हम किसानों को खेती में उपयोग होने वाली समाग्री और बिजली मिलती रहे तो किसानों को किसी के सहारे की जरुरत नहीं है। न ही कर्ज की जरुरत है पर हम किसानों को हर तरह से पिसना पड़ रहा है।